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ट्रंप की रैली के लिए हजारों समर्थक वाशिंगटन में जुटे - President Donald Trump

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडेन को जीत मिली है. हालांकि मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी हार स्वीकार करने को तैयार नहीं है. राष्ट्रपति चुनाव में कथित धांधली के खिलाफ वाशिंगटन में रैली आयोजित की गई, जिसमें ट्रंप के समर्थन में हजारों लोग जुटे हैं.

thousands gathered in washington
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Published : Jan 6, 2021, 10:34 PM IST

वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में कथित धांधली के खिलाफ वाशिंगटन में आयोजित रैली में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक जुटे हैं. इस रैली को ट्रंप बुधवार को संबोधित करने वाले हैं.

ट्रंप ने मंगलवार को ट्वीट किया, 'वाशिंगटन उन लोगों से भर गया है जो नहीं चाहते है कि चरमपंथी वाम डेमोक्रेट चुनाव में जीत का हरण कर सके. हमारे देश ने बहुत सहा अब वे और नहीं सहन करेंगे. हम आपको यहां ओवल ऑफिस (अमेरिकी राष्ट्रपति का कार्यालय) से सुनेंगे (प्यार करेंगे). एक बार फिर अमेरिका को महान बनाएंगे.'

ट्रंप का स्थानीय समयानुसार सुबह 11 बजे रैली को संबोधित करने का कार्यक्रम है. यह रैली ठीक उसी समय होगी जब कांग्रेस के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति निर्वाचन मंडल के मतों की गिनती होगी और तीन नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को सत्यापित किया जाएगा.

हजारों ट्रंप समर्थक वाशिंगटन में जुटे

रिपब्लिक पार्टी के प्रत्याशी रहे ट्रंप ने अबतक चुनाव नतीजों को स्वीकार नहीं किया है और अपने गैर प्रमाणित दावे को दोहराया है कि राष्ट्रपति चुनाव में धांधली की गई है. उन्होंने अमेरिकी अदालतों में चुनाव को लेकर करीब एक दर्जन वाद दाखिल किए लेकिन असफल रहे.

वहीं, दूसरी ओर डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी जो बाइडन जो चुनाव में जीते हैं 20 जनवरी को देश के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने की तैयारी कर रहे हैं.

हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थक वाशिंगटन के पुराने इलाके में जमा हैं, उनके हाथों में पोस्टर-बैनर है जिनपर लिखा है ' चोरी बंद करो' और 'ट्रंप मेरे राष्ट्रपति हैं.'

अमेरिकी मीडिया ने रिपब्लिकन एवं डेमोक्रेटिक समर्थकों के बीच हिंसक झड़प की आशंका जताई है.

एक अखबार ने अपनी खबर में लिखा, 'कुछ अधिकारियों को आशंका है कि अगर विरोध, हिंसक संघर्ष में तब्दील होता है तो ट्रंप कानून व्यवस्था को बनाए रखने और अपने कथित 7.4 करोड़ समर्थकों की रक्षा करने के लिए फसाद विरोधी अधिनियम लागू कर सकते हैं.'

व्हाइट हाउस ने मंगलवार देर रात बयान जारी कर कहा कि एंटीफा (वामपंथी) कार्यकर्ता नृशंसता से कानून का पालन करने वाले दोस्तों, पड़ोसियों, कारोबारियों पर हमला कर रहे हैं और ऐतिहासिक चिह्नों को नष्ट कर रहे हैं जिन्हें समुदायों ने दशकों में बनाया है.

व्हाइट हाउस ने कहा, 'अमेरिका में हिंसा एवं अराजकता का कोई स्थान नहीं है और इसे घरेलू आतंकवाद ही कहा जा सकता है.'

पढ़ें-ह्वाइट हाउस छोड़ने को तैयार हुए ट्रंप, रखी ये शर्त

बयान में कहा गया, 'आज राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रंप ने आशयपत्र पर हस्ताक्षर किए हैं जो सुनिश्चित करेगा कि संघीय अधिकारी वामपंथी (एंटीफा) कार्यकर्ताओं की गतिविधियों का आकलन संघीय कानूनों संदर्भ में करे जो आतंकवादी संगठनों के साथ लोगों को जुड़ने से रोकता है और आपराधिक गतिविधियों की मंशा पर रोकथाम लगाता है.'

वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में कथित धांधली के खिलाफ वाशिंगटन में आयोजित रैली में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक जुटे हैं. इस रैली को ट्रंप बुधवार को संबोधित करने वाले हैं.

ट्रंप ने मंगलवार को ट्वीट किया, 'वाशिंगटन उन लोगों से भर गया है जो नहीं चाहते है कि चरमपंथी वाम डेमोक्रेट चुनाव में जीत का हरण कर सके. हमारे देश ने बहुत सहा अब वे और नहीं सहन करेंगे. हम आपको यहां ओवल ऑफिस (अमेरिकी राष्ट्रपति का कार्यालय) से सुनेंगे (प्यार करेंगे). एक बार फिर अमेरिका को महान बनाएंगे.'

ट्रंप का स्थानीय समयानुसार सुबह 11 बजे रैली को संबोधित करने का कार्यक्रम है. यह रैली ठीक उसी समय होगी जब कांग्रेस के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति निर्वाचन मंडल के मतों की गिनती होगी और तीन नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को सत्यापित किया जाएगा.

हजारों ट्रंप समर्थक वाशिंगटन में जुटे

रिपब्लिक पार्टी के प्रत्याशी रहे ट्रंप ने अबतक चुनाव नतीजों को स्वीकार नहीं किया है और अपने गैर प्रमाणित दावे को दोहराया है कि राष्ट्रपति चुनाव में धांधली की गई है. उन्होंने अमेरिकी अदालतों में चुनाव को लेकर करीब एक दर्जन वाद दाखिल किए लेकिन असफल रहे.

वहीं, दूसरी ओर डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी जो बाइडन जो चुनाव में जीते हैं 20 जनवरी को देश के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने की तैयारी कर रहे हैं.

हजारों की संख्या में ट्रंप समर्थक वाशिंगटन के पुराने इलाके में जमा हैं, उनके हाथों में पोस्टर-बैनर है जिनपर लिखा है ' चोरी बंद करो' और 'ट्रंप मेरे राष्ट्रपति हैं.'

अमेरिकी मीडिया ने रिपब्लिकन एवं डेमोक्रेटिक समर्थकों के बीच हिंसक झड़प की आशंका जताई है.

एक अखबार ने अपनी खबर में लिखा, 'कुछ अधिकारियों को आशंका है कि अगर विरोध, हिंसक संघर्ष में तब्दील होता है तो ट्रंप कानून व्यवस्था को बनाए रखने और अपने कथित 7.4 करोड़ समर्थकों की रक्षा करने के लिए फसाद विरोधी अधिनियम लागू कर सकते हैं.'

व्हाइट हाउस ने मंगलवार देर रात बयान जारी कर कहा कि एंटीफा (वामपंथी) कार्यकर्ता नृशंसता से कानून का पालन करने वाले दोस्तों, पड़ोसियों, कारोबारियों पर हमला कर रहे हैं और ऐतिहासिक चिह्नों को नष्ट कर रहे हैं जिन्हें समुदायों ने दशकों में बनाया है.

व्हाइट हाउस ने कहा, 'अमेरिका में हिंसा एवं अराजकता का कोई स्थान नहीं है और इसे घरेलू आतंकवाद ही कहा जा सकता है.'

पढ़ें-ह्वाइट हाउस छोड़ने को तैयार हुए ट्रंप, रखी ये शर्त

बयान में कहा गया, 'आज राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रंप ने आशयपत्र पर हस्ताक्षर किए हैं जो सुनिश्चित करेगा कि संघीय अधिकारी वामपंथी (एंटीफा) कार्यकर्ताओं की गतिविधियों का आकलन संघीय कानूनों संदर्भ में करे जो आतंकवादी संगठनों के साथ लोगों को जुड़ने से रोकता है और आपराधिक गतिविधियों की मंशा पर रोकथाम लगाता है.'

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