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पुतिन के पास यूक्रेन में अब कई विकल्प: लॉयड ऑस्टिन - यूक्रेन संकट अमेरिका लॉयड ऑस्टिन

अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन (Lloyd Austin) ने कहा है कि यूक्रेन की सीमा के निकट बड़ी संख्या में रूसी बलों को तैनात किया जा चुका है और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पास अब कई सैन्य विकल्प हैं. वहीं रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस युद्ध शुरू नहीं करना चाहता, लेकिन वह पश्चिमी देशों को उसके सुरक्षा हितों को रौंदने नहीं देगा.

america warns ukraine from russia
अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन
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Published : Jan 29, 2022, 5:50 PM IST

वाशिंगटन : अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन (Lloyd Austin) ने शुक्रवार को कहा है कि यूक्रेन की सीमा के निकट बड़ी संख्या में रूसी बलों को तैनात किया जा चुका है और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पास अब कई सैन्य विकल्प हैं. पेंटागन में संवाददाता सम्मेलन के दौरान ऑस्टिन ने कहा, 'हम यह नहीं मानते कि राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ इन बलों का इस्तेमाल करने का अंतिम निर्णय ले लिया है, लेकिन स्पष्ट रूप से उनके पास ऐसा करने की क्षमता है.'

इस संवाददाता सम्मेलन में ऑस्टिन के साथ मौजूद 'ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ' के आर्मी जनरल मार्क मिले ने यूक्रेन के निकट तैनात रूस की सेना की गंभीर तस्वीर पेश करते हुए कहा कि केवल जमीन, वायु और जल क्षेत्र में ही इन बलों को तैनात नहीं किया गया है. इसके अलावा रूस के पास अन्य साइबर और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध की क्षमताओं के साथ विशेष अभियान बल भी हैं. मिले ने यह भी कहा कि उन्होंने पहले कभी इतनी बड़ी संख्या में यूक्रेन की सीमा के निकट रूसी बलों की तैनाती नहीं देखी. इस मौके पर उन्होंने पुतिन से संघर्ष के बजाय कूटनीतिक मार्ग अपनाने की अपील की.

इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति को आगाह किया था कि इस बात की 'स्पष्ट आशंका' है कि रूस फरवरी में उनके देश के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकता है. रूस ने यूक्रेन की सीमा के निकट 1 लाख से अधिक सैनिकों को तैनात किया है, जिससे इस क्षेत्र में युद्ध की आशंकाएं तेज हो गई हैं. रूस इस बात से लगातार इनकार कर रहा है कि वह यूक्रेन पर हमले की योजना बना रहा है, लेकिन अमेरिका एवं उसके नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) सहयोगियों का मानना है कि रूस युद्ध की तैयारी कर रहा है.

रूस की मुख्य मांगों में नाटो में यूक्रेन को शामिल नहीं करना और क्षेत्र से ऐसे हथियारों को हटाना शामिल है, जिससे रूस को खतरा हो सकता है. लेकिन अमेरिका और नाटो रूस की मुख्य मांगों को दृढ़ता से खारिज कर चुके हैं. हालांकि तनाव कम करने के लिए अमेरिका ने उन मुद्दों को रेखांकित किया है जिन पर वार्ता की जा सकती है. अब, रूस के राष्ट्रपति पुतिन इन प्रस्तावों पर फैसला करेंगे और जिससे यह तय होगा कि यूक्रेन पर हमला होगा या नहीं. इस बीच, क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति कार्यालय) ने कहा है कि अमेरिका और नाटो की प्रतिक्रिया के बाद उनसे 'उम्मीद की बहुत कम गुंजाइश बचती है.'

बता दें कि हाल ही में मॉस्को में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से बातचीत की है जिसमें उन्होंने कहा है कि, 'पश्चिमी देशों ने रूस की सुरक्षा संबंधी चिंताओं पर गौर नहीं किया.' उन्होंने यह भी कहा कि, 'रूस युद्ध शुरू नहीं करना चाहता, लेकिन वह पश्चिमी देशों को उसके सुरक्षा हितों को रौंदने नहीं देगा.' वहीं ऑस्टिन ने पुतिन से तनाव कम करने की अपील की है और कहा कि वह रूस द्वारा किए जा रहे 'दुष्प्रचार' नजर रखे हुए हैं.

यह भी पढ़ें- यूक्रेन पर पैनी नजर, अमेरिका-रूस के संपर्क में भारत

वाशिंगटन : अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन (Lloyd Austin) ने शुक्रवार को कहा है कि यूक्रेन की सीमा के निकट बड़ी संख्या में रूसी बलों को तैनात किया जा चुका है और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पास अब कई सैन्य विकल्प हैं. पेंटागन में संवाददाता सम्मेलन के दौरान ऑस्टिन ने कहा, 'हम यह नहीं मानते कि राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ इन बलों का इस्तेमाल करने का अंतिम निर्णय ले लिया है, लेकिन स्पष्ट रूप से उनके पास ऐसा करने की क्षमता है.'

इस संवाददाता सम्मेलन में ऑस्टिन के साथ मौजूद 'ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ' के आर्मी जनरल मार्क मिले ने यूक्रेन के निकट तैनात रूस की सेना की गंभीर तस्वीर पेश करते हुए कहा कि केवल जमीन, वायु और जल क्षेत्र में ही इन बलों को तैनात नहीं किया गया है. इसके अलावा रूस के पास अन्य साइबर और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध की क्षमताओं के साथ विशेष अभियान बल भी हैं. मिले ने यह भी कहा कि उन्होंने पहले कभी इतनी बड़ी संख्या में यूक्रेन की सीमा के निकट रूसी बलों की तैनाती नहीं देखी. इस मौके पर उन्होंने पुतिन से संघर्ष के बजाय कूटनीतिक मार्ग अपनाने की अपील की.

इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति को आगाह किया था कि इस बात की 'स्पष्ट आशंका' है कि रूस फरवरी में उनके देश के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकता है. रूस ने यूक्रेन की सीमा के निकट 1 लाख से अधिक सैनिकों को तैनात किया है, जिससे इस क्षेत्र में युद्ध की आशंकाएं तेज हो गई हैं. रूस इस बात से लगातार इनकार कर रहा है कि वह यूक्रेन पर हमले की योजना बना रहा है, लेकिन अमेरिका एवं उसके नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) सहयोगियों का मानना है कि रूस युद्ध की तैयारी कर रहा है.

रूस की मुख्य मांगों में नाटो में यूक्रेन को शामिल नहीं करना और क्षेत्र से ऐसे हथियारों को हटाना शामिल है, जिससे रूस को खतरा हो सकता है. लेकिन अमेरिका और नाटो रूस की मुख्य मांगों को दृढ़ता से खारिज कर चुके हैं. हालांकि तनाव कम करने के लिए अमेरिका ने उन मुद्दों को रेखांकित किया है जिन पर वार्ता की जा सकती है. अब, रूस के राष्ट्रपति पुतिन इन प्रस्तावों पर फैसला करेंगे और जिससे यह तय होगा कि यूक्रेन पर हमला होगा या नहीं. इस बीच, क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति कार्यालय) ने कहा है कि अमेरिका और नाटो की प्रतिक्रिया के बाद उनसे 'उम्मीद की बहुत कम गुंजाइश बचती है.'

बता दें कि हाल ही में मॉस्को में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से बातचीत की है जिसमें उन्होंने कहा है कि, 'पश्चिमी देशों ने रूस की सुरक्षा संबंधी चिंताओं पर गौर नहीं किया.' उन्होंने यह भी कहा कि, 'रूस युद्ध शुरू नहीं करना चाहता, लेकिन वह पश्चिमी देशों को उसके सुरक्षा हितों को रौंदने नहीं देगा.' वहीं ऑस्टिन ने पुतिन से तनाव कम करने की अपील की है और कहा कि वह रूस द्वारा किए जा रहे 'दुष्प्रचार' नजर रखे हुए हैं.

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