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जॉर्ड फ्लॉयड की हत्या से ज्यादा दुखी हुए अमेरिका के लोग

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Published : Jun 8, 2020, 8:27 PM IST

अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या से ज्यादा दुखी हुए या हत्या के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन से. यह पता लगाने के लिए एक सर्वे किया गया, जिसमें पता चला कि ज्यादातर अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या से दुखी हुए.

poll on death of george floyd
अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या से दुखी

वॉशिंगटन : एक सर्वे से पता चला कि अमेरिका में हुए विरोध प्रदर्शनों में हिंसा की तुलना में अमेरिका के लोग पुलिस हिरासत में हुई जॉर्ज फ्लोयड की मौत से ज्यादा दुखी हैं. न्यू वॉल स्ट्रीट जर्नल / एनबीसी न्यूज पोल के अनुसार विरोध प्रदर्शनों में हिंसा की तुलना में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या में पुलिस की कार्रवाई से हर दो में से एक अमेरिकी परेशान है. 28 मई से दो जून तक 1,000 अमेरिकियों के बीच हुए सर्वेक्षण में 80 फीसदी लोगों ने यह भी महसूस किया गया कि देश नियंत्रण से बाहर हो रहा है.

इस वक्त अमेरिका दोहरे संकट से जूझ रहा है. एक तरफ जहां कोरोनो वायरस महामारी से 109,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और दूसरी तरफ अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद विरोध प्रदर्शनों से अमेरिका सुलग रहा है. यह सर्वे इन दोनों मामलों पर भी अमेरिकियों के नजरिए को बताता है.

डेमोक्रेट्स पार्टी के लगभग तीन-चौथाई यानि 74 प्रतिशत लोगों ने कहा कि कोविड-19 से उबरने और सामान्य रूप से काम पर लौटने में अगला साल या उससे भी अधिक का समय लग सकता है जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रिपब्लिकन पार्टी के सबसे मजबूत समर्थकों में से, 32 प्रतिशत ने कहा कि कोरोना वायरस को नियंत्रित कर लिया गया है.

रिपब्लिकन के 48 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वह फ्लॉयड की हत्या की तुलना से ज्यादा हो रहे विरोध प्रदर्शनों से परेशान हैं. जबकि 81 प्रतिशत डेमोक्रेट ने विपरीत राय रखी. हालांकि, आने वाले चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए ट्रंप की दावेदारी पर बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ा है क्योंकि उनकी रेटिंग अप्रैल के मुकाबले एक प्रतिशत नीचे 45 प्रतिशत पर थी. डेमोक्रेट के राष्ट्रपति पद के दावेदार जो बिडेन को 49 प्रतिशत समर्थन मिला जबकि ट्रम्प के लिए 42 प्रतिशत रहा. ट्रंप के लिए सात अंकों का घाटा उनकी स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं ला सका.

आर्थिक मुद्दों पर बात करने का फायदा ट्रंप को मिल रहा है. यह पूछे जाने पर कि जो बिडेन और ट्रंप में कौन बेहतर राष्ट्रपति होगा, 48 प्रतिशत लोगों ने ट्रंप को चुना और 35 प्रतिशत लोगों ने जो बिडेन को. मध्यावधि चुनावों के बाद से - म्यूएलर रिपोर्ट, एक महाभियोग, महामारी और नागरिक अधिकारों की उथल-पुथल जैसे मामले देश में आए लेकिन इनसे ट्रंप की रेटिंग 43 प्रतिशत से नीचे कभी नहीं डूबी और 47 प्रतिशत के ऊपर कभी नहीं बढ़ी है.

पढ़ें-भारत व चीन में बढ़ाई जाए परीक्षण दर तो आएंगे अधिक मामले : ट्रंप

वॉशिंगटन : एक सर्वे से पता चला कि अमेरिका में हुए विरोध प्रदर्शनों में हिंसा की तुलना में अमेरिका के लोग पुलिस हिरासत में हुई जॉर्ज फ्लोयड की मौत से ज्यादा दुखी हैं. न्यू वॉल स्ट्रीट जर्नल / एनबीसी न्यूज पोल के अनुसार विरोध प्रदर्शनों में हिंसा की तुलना में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या में पुलिस की कार्रवाई से हर दो में से एक अमेरिकी परेशान है. 28 मई से दो जून तक 1,000 अमेरिकियों के बीच हुए सर्वेक्षण में 80 फीसदी लोगों ने यह भी महसूस किया गया कि देश नियंत्रण से बाहर हो रहा है.

इस वक्त अमेरिका दोहरे संकट से जूझ रहा है. एक तरफ जहां कोरोनो वायरस महामारी से 109,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और दूसरी तरफ अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद विरोध प्रदर्शनों से अमेरिका सुलग रहा है. यह सर्वे इन दोनों मामलों पर भी अमेरिकियों के नजरिए को बताता है.

डेमोक्रेट्स पार्टी के लगभग तीन-चौथाई यानि 74 प्रतिशत लोगों ने कहा कि कोविड-19 से उबरने और सामान्य रूप से काम पर लौटने में अगला साल या उससे भी अधिक का समय लग सकता है जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रिपब्लिकन पार्टी के सबसे मजबूत समर्थकों में से, 32 प्रतिशत ने कहा कि कोरोना वायरस को नियंत्रित कर लिया गया है.

रिपब्लिकन के 48 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वह फ्लॉयड की हत्या की तुलना से ज्यादा हो रहे विरोध प्रदर्शनों से परेशान हैं. जबकि 81 प्रतिशत डेमोक्रेट ने विपरीत राय रखी. हालांकि, आने वाले चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए ट्रंप की दावेदारी पर बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ा है क्योंकि उनकी रेटिंग अप्रैल के मुकाबले एक प्रतिशत नीचे 45 प्रतिशत पर थी. डेमोक्रेट के राष्ट्रपति पद के दावेदार जो बिडेन को 49 प्रतिशत समर्थन मिला जबकि ट्रम्प के लिए 42 प्रतिशत रहा. ट्रंप के लिए सात अंकों का घाटा उनकी स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं ला सका.

आर्थिक मुद्दों पर बात करने का फायदा ट्रंप को मिल रहा है. यह पूछे जाने पर कि जो बिडेन और ट्रंप में कौन बेहतर राष्ट्रपति होगा, 48 प्रतिशत लोगों ने ट्रंप को चुना और 35 प्रतिशत लोगों ने जो बिडेन को. मध्यावधि चुनावों के बाद से - म्यूएलर रिपोर्ट, एक महाभियोग, महामारी और नागरिक अधिकारों की उथल-पुथल जैसे मामले देश में आए लेकिन इनसे ट्रंप की रेटिंग 43 प्रतिशत से नीचे कभी नहीं डूबी और 47 प्रतिशत के ऊपर कभी नहीं बढ़ी है.

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