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कोविड-19 का टीका पांच से 11 साल के बच्चों पर भी प्रभावी : फाइजर

प्राथमिक विद्यालय जाने वाले बच्चों के आयुवर्ग में फाइजर ने बेहद कम मात्रा के साथ टीके की खुराक का परीक्षण किया. यह मात्रा सामान्य खुराक के मुकाबले महज एक तिहाई है.

फाइजर
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Published : Sep 20, 2021, 8:05 PM IST

वॉशिंगटन : फाइजर ने कहा कि कोविड-19 का उसका टीका पांच से 11 साल आयु वर्ग के बच्चों पर भी प्रभावी है और वह इस संबंध में अमेरिका से स्वीकृति लेने का प्रयास करेगा. फाइजर का यह कदम बच्चों के टीकाकरण की दिशा में महत्वपूर्ण है.

फाइजर और उसके जर्मन साझेदार बायोएनटेक द्वारा विकसित टीका 12 साल और उससे ज्यादा आयु वर्ग के बच्चों/वयस्कों के लिए पहले से उपलब्ध है. लेकिन अब महामारी के प्रकोप के बीच स्कूल खुलने के कारण बच्चों का टीकाकरण बहुत महत्वपूर्ण हो गया है, क्योंकि बच्चों में डेल्टा वायरस का संक्रमण तेजी से फैलता है और उनके लिए खतरनाक है.

एलिमेंटरी/प्राथमिक विद्यालय जाने वाले बच्चों के आयुवर्ग में फाइजर ने बेहद कम मात्रा के साथ टीके की खुराक का परीक्षण किया. यह मात्रा सामान्य खुराक के मुकाबले महज एक तिहाई है. फाइजर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉक्टर बिल ग्रुबर ने बताया कि इसके टीके की दूसरी खुराक के बाद पांच से 11 साल आयुवर्ग के बच्चों में कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने वाली एंटीबॉडी उतनी ही मजबूत अवस्था में मिलती है जैसे कि वे किशारों और युवाओं में मिलती हैं.

इसे भी पढ़ें-पाकिस्तान में हिंदू परिवार को यातना, मस्जिद से पानी लेने पर बनाया गया बंधक

उन्होंने कहा कि बच्चों को दी जाने वाली खुराक सुरक्षित साबित हुई है, उनमें भी वही सामान्य बुखार, हाथ में दर्द जैसे प्रभाव देखने को मिल रहे हैं, जो किशोरों में दिख रहे हैं. पेशे से बाल रोग विशेषज्ञ ग्रुबर ने कहा मुझे लगता है कि हम सही जगह पहुंचे हैं.

ग्रुबर ने कहा कि कंपनी पांच से 11 साल आयुवर्ग के बच्चों में आपात स्थिति में टीके के उपयोग के लिए इस महीने के अंत तक फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन को आवेदन देगी. कंपनी टीके के उपयोग के लिए यूरोपीय और ब्रिटिश प्राधिकरणों को भी आवेदन देगी.

(पीटीआई-भाषा)

वॉशिंगटन : फाइजर ने कहा कि कोविड-19 का उसका टीका पांच से 11 साल आयु वर्ग के बच्चों पर भी प्रभावी है और वह इस संबंध में अमेरिका से स्वीकृति लेने का प्रयास करेगा. फाइजर का यह कदम बच्चों के टीकाकरण की दिशा में महत्वपूर्ण है.

फाइजर और उसके जर्मन साझेदार बायोएनटेक द्वारा विकसित टीका 12 साल और उससे ज्यादा आयु वर्ग के बच्चों/वयस्कों के लिए पहले से उपलब्ध है. लेकिन अब महामारी के प्रकोप के बीच स्कूल खुलने के कारण बच्चों का टीकाकरण बहुत महत्वपूर्ण हो गया है, क्योंकि बच्चों में डेल्टा वायरस का संक्रमण तेजी से फैलता है और उनके लिए खतरनाक है.

एलिमेंटरी/प्राथमिक विद्यालय जाने वाले बच्चों के आयुवर्ग में फाइजर ने बेहद कम मात्रा के साथ टीके की खुराक का परीक्षण किया. यह मात्रा सामान्य खुराक के मुकाबले महज एक तिहाई है. फाइजर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉक्टर बिल ग्रुबर ने बताया कि इसके टीके की दूसरी खुराक के बाद पांच से 11 साल आयुवर्ग के बच्चों में कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने वाली एंटीबॉडी उतनी ही मजबूत अवस्था में मिलती है जैसे कि वे किशारों और युवाओं में मिलती हैं.

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उन्होंने कहा कि बच्चों को दी जाने वाली खुराक सुरक्षित साबित हुई है, उनमें भी वही सामान्य बुखार, हाथ में दर्द जैसे प्रभाव देखने को मिल रहे हैं, जो किशोरों में दिख रहे हैं. पेशे से बाल रोग विशेषज्ञ ग्रुबर ने कहा मुझे लगता है कि हम सही जगह पहुंचे हैं.

ग्रुबर ने कहा कि कंपनी पांच से 11 साल आयुवर्ग के बच्चों में आपात स्थिति में टीके के उपयोग के लिए इस महीने के अंत तक फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन को आवेदन देगी. कंपनी टीके के उपयोग के लिए यूरोपीय और ब्रिटिश प्राधिकरणों को भी आवेदन देगी.

(पीटीआई-भाषा)

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