वॉशिंगटन: डेविड मालपास ने विश्व बैंक समूह के 13वें अध्यक्ष के रूप में पद ग्रहण किया. पदभार संभालने के बाद उन्होंने अपनी पहली प्रेस वार्ता में चीन के साथ रचनात्मक संबंध बनाने की इच्छा व्यक्त की.
अपनी शुरूआती टिप्पणियों के दौरान, मालपास ने कहा, 'विश्व बैंक समूह के नए प्रमुख के रूप में वह दुनिया भर के विकासशील देशों को आवश्यक ऋण और मार्गदर्शन प्रदान करके बेहतर आर्थिक विकास प्राप्त करने में मदद करना जारी रखेंगे.'
उन्होंने 2018 के दौरान दुनिया की कुछ प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में जारी आर्थिक विकास को कम करने की घटना को इंगित किया, और वैश्विक अर्थव्यवस्था वर्तमान में सामना कर रही तीन प्रमुख चुनौतियों पर जोर दिया.
1- संरचनात्मक सुधारों की धीमी गति
2- कुछ उभरती अर्थव्यवस्थाओं में वित्तीय संकट
3- वैश्विक नीतियों में अनिश्चितता बढ़ रही है
वैश्विक स्तर पर, उप-सहारन अफ्रीका में अत्यधिक गरीबी में रहने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है. मालपास ने कहा, 'यह अनुमान लगाया जाता है कि अत्यधिक गरीबी में रहने वाले दस में से एक व्यक्ति 2030 तक उप-सहारन क्षेत्र से होगा.'
विश्व बैंक समूह के अध्यक्ष ने कहा, 'जैसा कि पिछले सालों के दौरान चीन ने अपने गरीबी उन्मूलन उपायों में सफलता दिखाई है, वह चीन के साथ रचनात्मक संबंध के लिए तत्पर हैं, और कई पहलुओं पर सहयोग को गहरा करने की उम्मीद करते हैं.'
नए विश्व बैंक प्रमुख ने पिछले दशकों के दौरान चीन की उपलब्धियों की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि चीन विश्व मंच पर एक मजबूत आर्थिक खिलाड़ी बन गया है.