वॉशिंगटन : सदी का सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को होने जा रहा है. यह लगभग 600 वर्षों में ऐसा सबसे लंबा ग्रहण भी है. अमेरिका में बटलर विश्वविद्यालय के परिसर में स्थित इंडियाना के होलकोम्ब वेधशाला के अनुसार, चंद्र ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया में चला जाता है. इस मामले में, आंशिक ग्रहण चरण 3 घंटे, 28 मिनट और 24 सेकंड तक चलेगा और पूर्ण ग्रहण 6 घंटे और 1 मिनट तक चलेगा. इससे यह 580 वर्षों में सबसे लंबा आंशिक ग्रहण बन जाएगा.
वेधशाला ने ट्वीट किया कि सदी का सबसे लंबा आंशिक ग्रहण 19 नवंबर की सुबह से पहले होगा. यह 580 वर्षों में सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण भी होगा!
आकाश पर्यवेक्षकों को एक सूक्ष्म रूप से बदलते चंद्रमा का दृश्य मिलेगा, जो कि लाल रंग का भी हो सकता है. यह साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भी होगा.
नासा के अनुसार, यह कार्यक्रम 19 नवंबर को लगभग 2.19 बजे ईएसटी (भारतीय समयानुसार दोपहर 12.49 बजे) शुरू होगा.
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि ग्रहण चार मुख्य चरणों में होगा जो पूर्वाह्न् 1.02 बजे ईएसटी चंद्रमा पेनम्ब्रा, या चंद्रमा की छाया के हल्के हिस्से में प्रवेश करेगा. इस चरण को आमतौर पर विशेष उपकरणों के बिना पहचानना मुश्किल होता है क्योंकि अंधेरा बहुत मामूली होता है.
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इसके बाद चंद्रमा दोपहर 2.18 बजे ईएसटी, या छाया के गहरे हिस्से में पहुंचेगा. लगभग 3.5 घंटे के लिए चंद्रमा गहरी छाया से गुजरेगा जब तक कि वह 5.47 बजे गर्भ से बाहर नहीं निकल जाता. यह ग्रहण 6.03 बजे ईएसटी पर समाप्त होगा.
वेधशाला ने कहा कि अधिकतम ग्रहण 4.03 पूर्वाह्न् ईएसटी में होगा, जब चंद्रमा का 97 प्रतिशत हिस्सा पृथ्वी की छाया के सबसे गहरे हिस्से से ढका होगा, जो शायद गहरे लाल रंग में बदल जाएगा.
नवंबर की पूर्णिमा को पारंपरिक रूप से बीवर मून के रूप में जाना जाता है, क्योंकि बीवर सर्दियों की तैयारी कर रहे हैं, इसलिए इस महीने की घटना का बीवर मून ग्रहण मॉनीकर है.
नासा ने कहा कि ग्रहण का कम से कम हिस्सा उत्तर और दक्षिण अमेरिका, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत क्षेत्र में दिखाई देगा.
(आईएएनएस)