हैदराबाद : अमेरिकी राष्ट्रपति को दुनिया का सबसे शक्तिशाली व्यक्ति माना जाता है और उन्हें सुरक्षा प्रदान करना एक बड़ी चुनौती होती है. अब जबकि वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत दौरे पर आने वाले हैं, तो ये जानना रोचक है कि अमेरिकी राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए क्या खास इंतजाम किए जाते हैं.
अमेरिका की सीक्रेट सर्विस की शाखा प्रेसिडेंशियल प्रोटेक्टिव डिवीजन पर अमेरिकी राष्ट्रपति और उनके परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी है.
सीक्रेट सर्विस के एजेंट अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा से पहले पूरी जानकारी लेते हैं और हवाई क्षेत्र को खाली करने के लिए महीनों पहले पहुंच जाते हैं. इसके साथ ही एजेंट रास्तों, अस्पतालों और अन्य सुरक्षित स्थानों की पहचान करते हैं. यात्रा शुरू होने के बाद सुरक्षा अधिकारी पूरे रास्ते राष्ट्रपति के साथ होते हैं.
राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान लगभग 10 मील तक की दूरी पर प्रतिबंधित 'इनर रिंग' होती है. इनर रिंग के अंतर्गत 18,000 फीट से नीचे विमान नहीं उड़ सकते हैं और न ही किसी हवाई अड्डे पर उतर सकते हैं. हालंकि विमान 30 मील की दूरी तक फैले 'आउटर रिंग' में उड़ान भर सकते हैं.
इसके अलावा एक दोपहिया वाहन दल सुरक्षा का नेतृत्व करता है, जिसमें आमतौर पर लगभग 20 वाहन शामिल होते हैं. जो समय और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बंद राजमार्गों की निगरानी करते हैं.
दोपहिया वाहन के बाद स्थानीय सुरक्षा अधिकारी अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यक्रम स्थल तक सुरक्षा देते हुए चलते हैं.
स्थानीय प्रशासन के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति को ले जाने वाली कार के पीछे सीक्रेट सर्विस की काउंटर टीम के सदस्य दोपहिया वाहनों से चलते हैं.
सीक्रेट सर्विस की काउंटर टीम खतरों के भांपने के अलावा दोपहिया वाहन पर हमले की स्थिति में मुकाबला करने के लिए भी तैयार होती है. राइफल के अलावा टीम के पास बड़े पैमाने पर ऐसी सामग्री होती है जो अविश्वसनीय मात्रा में दमनकारी आग उत्पन्न कर सके.