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अमेरिका : सीनेट चुनाव में भारतवंशी प्रत्याशी, चीन पर दिया बड़ा बयान - Interesting contest in US Senate election

भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर मनीष 'मैनी' कुमार सेठी सीनेट के चुनाव में पूरी दमखम से मैदान में उतरे हैं. शीर्ष रिपब्लिकन सांसद टेड क्रूज ने भी उनका समर्थन किया है.

 सीनेट चुनाव
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Published : Jul 29, 2020, 10:58 PM IST

वाशिंगटन : भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर मनीष 'मैनी' कुमार सेठी ने कहा कि वह 'एक अलग तरह के मकसद' से सीनेट का चुनाव लड़ रहे हैं जिसमें चीन से नौकरियों को वापस लाना, 'अस्थिर आव्रजन प्रणाली' को ठीक करना और भारत के साथ संबंध मजबूत करना शामिल है.

हड्डी के डॉक्टर सेठी (42) के सीनेट के चुनाव प्रचार अभियान को इस सप्ताहांत काफी मजबूती मिली जब शीर्ष रिपब्लिकन सांसद टेड क्रूज ने न केवल उनका समर्थन किया बल्कि प्राइमरी चुनाव के मद्देनजर टेनेसी में उनके लिए प्रचार भी किया.

सेठी ने कहा, 'मुझे लगता है कि भारत अद्भुत व्यापार साझेदार, शानदार सहयोगी रहा है. भारत-अमेरिका संबंध हमेशा मजबूत रहे हैं और मुझे लगता है कि इन्हें ऐसे ही बना रहना चाहिए.'

रिपब्लिकन पार्टी के बिल हागर्टी को चुनौती दे रहे सेठी टेनेसी में 6 अगस्त को सीनेट प्राइमरी चुनाव का सामना करेंगे. हागर्टी का समर्थन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कर रहे हैं. उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने भी हागर्टी का समर्थन किया. हालांकि हाल के सप्ताहों में सेठी का समर्थन बढ़ा है.

उन्होंने एक हालिया चुनाव पूर्व सर्वेक्षण का जिक्र करते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि हम जीत के मुहाने पर हैं.' क्रूज से पहले सीनेटर रैंड पॉल और पूर्व सीनेटर जिम डेमिंट ने उनका समर्थन किया था.

सेठी ने कहा कि वह 'एक अलग तरह के मकसद' से अमेरिकी सीनेट का चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता का जन्म भारत में हुआ और वे बेहतर जिंदगी की तलाश में 1970 में अमेरिका आए थे. उनका जन्म क्लीवलैंड, ओहायो में हुआ और वह चार साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ टेनेसी आ गए थे.

उन्होंने कहा कि अमेरिकी सीनेट में नीतिगत बदलाव को लागू करने और देश में नीतियों को आकार देने का बहुत अनोखा अवसर मिलता है. डॉ. सेठी ने कहा, 'मुझे लगता है कि ओबामा केयर खराब है. मुझे लगता है कि हमें नयी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की जरूरत है. हमें अपनी रणनीति बदलने और चीन से नौकरियां वापस लाने की आवश्यकता है. हमें अपनी अस्थिर आव्रजन प्रणाली ठीक करने की जरूरत है.'

टेनेसी सीट हमेशा से रिपब्लिकन पार्टी का गढ़ रही है और अगर छह अगस्त को होने वाले प्राइमरी चुनाव में उनकी जीत होती है तो सीनेट में उनका प्रवेश महज एक औपचारिकता रह जाएगा.

यह भी पढ़ेंः जानें, क्या भारत दवाओं के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन पाएगा !

इस तरह वह अमेरिकी सीनेट में जाने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी बनकर इतिहास रच देंगे. एक सवाल के जवाब में सेठी ने कहा कि टेनेसी में लोग ट्रंप को पसंद करते हैं.

उन्होंने कहा, 'मैं राष्ट्रपति को पसंद करता हूं. अगर वह मुझे 10 मिनट का वक्त देंगे तो मुझे भरोसा है कि वह मेरे प्रतिद्वंद्वियों का समर्थन करने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करेंगे. मुझे नहीं लगता कि उन्हें यह मालूम है कि मेरा प्रतिद्वंद्वी मिट रोमनी के अच्छे मित्रों में से एक है.'

वाशिंगटन : भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर मनीष 'मैनी' कुमार सेठी ने कहा कि वह 'एक अलग तरह के मकसद' से सीनेट का चुनाव लड़ रहे हैं जिसमें चीन से नौकरियों को वापस लाना, 'अस्थिर आव्रजन प्रणाली' को ठीक करना और भारत के साथ संबंध मजबूत करना शामिल है.

हड्डी के डॉक्टर सेठी (42) के सीनेट के चुनाव प्रचार अभियान को इस सप्ताहांत काफी मजबूती मिली जब शीर्ष रिपब्लिकन सांसद टेड क्रूज ने न केवल उनका समर्थन किया बल्कि प्राइमरी चुनाव के मद्देनजर टेनेसी में उनके लिए प्रचार भी किया.

सेठी ने कहा, 'मुझे लगता है कि भारत अद्भुत व्यापार साझेदार, शानदार सहयोगी रहा है. भारत-अमेरिका संबंध हमेशा मजबूत रहे हैं और मुझे लगता है कि इन्हें ऐसे ही बना रहना चाहिए.'

रिपब्लिकन पार्टी के बिल हागर्टी को चुनौती दे रहे सेठी टेनेसी में 6 अगस्त को सीनेट प्राइमरी चुनाव का सामना करेंगे. हागर्टी का समर्थन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कर रहे हैं. उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने भी हागर्टी का समर्थन किया. हालांकि हाल के सप्ताहों में सेठी का समर्थन बढ़ा है.

उन्होंने एक हालिया चुनाव पूर्व सर्वेक्षण का जिक्र करते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि हम जीत के मुहाने पर हैं.' क्रूज से पहले सीनेटर रैंड पॉल और पूर्व सीनेटर जिम डेमिंट ने उनका समर्थन किया था.

सेठी ने कहा कि वह 'एक अलग तरह के मकसद' से अमेरिकी सीनेट का चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता का जन्म भारत में हुआ और वे बेहतर जिंदगी की तलाश में 1970 में अमेरिका आए थे. उनका जन्म क्लीवलैंड, ओहायो में हुआ और वह चार साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ टेनेसी आ गए थे.

उन्होंने कहा कि अमेरिकी सीनेट में नीतिगत बदलाव को लागू करने और देश में नीतियों को आकार देने का बहुत अनोखा अवसर मिलता है. डॉ. सेठी ने कहा, 'मुझे लगता है कि ओबामा केयर खराब है. मुझे लगता है कि हमें नयी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की जरूरत है. हमें अपनी रणनीति बदलने और चीन से नौकरियां वापस लाने की आवश्यकता है. हमें अपनी अस्थिर आव्रजन प्रणाली ठीक करने की जरूरत है.'

टेनेसी सीट हमेशा से रिपब्लिकन पार्टी का गढ़ रही है और अगर छह अगस्त को होने वाले प्राइमरी चुनाव में उनकी जीत होती है तो सीनेट में उनका प्रवेश महज एक औपचारिकता रह जाएगा.

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इस तरह वह अमेरिकी सीनेट में जाने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी बनकर इतिहास रच देंगे. एक सवाल के जवाब में सेठी ने कहा कि टेनेसी में लोग ट्रंप को पसंद करते हैं.

उन्होंने कहा, 'मैं राष्ट्रपति को पसंद करता हूं. अगर वह मुझे 10 मिनट का वक्त देंगे तो मुझे भरोसा है कि वह मेरे प्रतिद्वंद्वियों का समर्थन करने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करेंगे. मुझे नहीं लगता कि उन्हें यह मालूम है कि मेरा प्रतिद्वंद्वी मिट रोमनी के अच्छे मित्रों में से एक है.'

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