वॉशिंगटन : अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने बड़ी दवा कंपनी नोवावैक्स के केंद्रों का शुक्रवार को दौरा किया और कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के साथ इसकी साझेदारी भारत और अमेरिका के बीच स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में मजबूत सहयोग का प्रमाण है.
नोवावैक्स का मुख्यालय मैरीलैंड के गेथर्सबर्ग में है. यह एक जैव प्रौद्योगिकी कंपनी है जो संक्रामक रोगों को रोकने के लिए टीकों को विकसित करने और उनके व्यावसायीकरण का काम करती है.
संधू ने नोवावैक्स के अध्यक्ष, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक स्टेनली सी एर्क से कहा कि नोवावैक्स और एसआईआई के बीच साझेदारी विशेष रूप से सस्ते और सुलभ टीके एवं दवाएं बनाने के संदर्भ में 'स्वास्थ्यसेवा सहयोग के क्षेत्र में भारत और अमेरिका के बीच मजबूत साझेदारी' का एक और उदाहरण है.
एर्क ने राजदूत को बताया कि अब तक हुए परीक्षणों के आधार पर कोविड-19 टीका बहुत प्रभावशाली है. नोवावैक्स ने कोरोनावायरस रोधी टीका विकसित करने की जनवरी 2020 में घोषणा की थी. इसके बाद नोवावैक्स और भारत के एसआईआई ने टीके के निर्माण से संबंधित एक समझौता किया, जिसके तहत नौवावैक्स टीका भारत में 'कोवावैक्स' के रूप में वितरित किए जाने की संभावना है.
90.4 प्रतिशत प्रभावशाली होने की घोषणा की थी
नोवावैक्स ने अमेरिका और मैक्सिको में तीसरे चरण के परीक्षणों में टीके के 90.4 प्रतिशत तक प्रभावशाली होने की 14 जून को घोषणा की थी. संधू ने कहा कि संयुक्त अनुसंधान, तकनीकी विशेषज्ञता साझा करके और ज्ञान के आदान-प्रदान के माध्यम से दोनों देशों के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र सहयोग कर रहे हैं.
पढ़ें- COVID-19 टीका आवंटन : अमेरिकी योजना का प्रमुख हिस्सा होगा भारत
(पीटीआई-भाषा)