संयुक्त राष्ट्र : यूक्रेन संकट पर यूएनजीए के 11वें आपातकालीन विशेष सत्र में भारत (India at the 11th Emergency Special Session) ने कहा कि कूटनीति के रास्ते पर लौटने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है. भारत ने कहा है कि वह यूक्रेन में बिगड़ती स्थिति पर गहराई से चिंतित है और हिंसा को तत्काल समाप्त करने और शत्रुता को समाप्त करने के अपने आह्वान को दोहराता है. भारत ने यह भी कहा कि सभी मतभेदों को निरंतर बातचीत के माध्यम से ही पाट दिया जा सकता है.
UNGA के 11वें आपातकालीन सत्र में यूक्रेन पर UN में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी. एस. तिरुमूर्ति ने कहा, 'विवादों का शांतिपूर्ण समाधान भारत की सतत स्थिति रही है. भारत सरकार का मानना है कि कूटनीति के रास्ते पर लौटने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है. भारत यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की तत्काल निकासी के प्रयास करने के लिए जो कुछ भी कर सकता है वह कर रहा है. इस महत्वपूर्ण मानवीय आवश्यकता को तुरंत संबोधित किया जाना चाहिए.'
तिरुमूर्ति ने कहा, 'भारत इस बात से बहुत चिंतित है कि यूक्रेन में स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. हम हिंसा को तत्काल समाप्त करने और शत्रुता समाप्त करने के अपने आह्वान को दोहराते हैं.'
आगे उन्होंने कहा, 'मैं यूक्रेन के सभी पड़ोसी देशों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने हमारे नागरिकों के लिए अपनी सीमाएं खोली और कर्मियों को सुविधाएं दी. हम अपने पड़ोसी और विकासशील देशों के फंसे लोगों की मदद के लिए तैयार हैं.