वाशिंगटन : पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सीनेट में दूसरी बार महाभियोग की सुनवाई के दौरान जीत मिलने के बाद अब दोनों दल कैपिटल (संसद भवन) हमले के मामले की जांच उसी तरह स्वतंत्र आयोग से कराने के समर्थन में सामने आ रहे हैं, जिस तरह 11 सितंबर को हुए हमले की जांच की गई थी.
दंगा मामले में भी जांच कराने की योजना बनाई गई है, इस संबंध में सीनेट की ‘सीनेट रूल्स कमेटी’ में इस महीने के आखिर में सुनवाई होनी है.
प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी, डी-कैलिफ ने सेना के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल रसेल ऑनोर को कैपिटल की सुरक्षा प्रक्रिया की समीक्षा का नेतृत्व करने को भी कहा है.
दोनों दलों के सांसदों ने भी मामले में अभी और जांच होने के संकेत दिए हैं. सीनेट में शनिवार को ट्रंप के पक्ष में 43 के मुकाबले 57 वोट पड़े, जो महाभियोग के लिए आवश्यक दो तिहाई मत से कम था.
ट्रंप के खिलाफ वोट करने वाले सात रिपब्लिकन सांसदों में से एक लुईसियाना के सीनेटर बिल कैसिडी ने कहा, 'जो भी हुआ उसकी पूरी जांच होनी चाहिए.'
अमेरिका में 11 सितंबर को हुए आतंकवादी हमले की जांच की तर्ज पर एक स्वतंत्र आयोग से इस मामले की जांच कराने का पेलोसी ने समर्थन किया है.
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सीनेटर क्रिस कूंस ने कहा, 'अब भी ऐसे काफी सबूत हैं जिनके बारे में लोगों को जानना जरूरी है और 9/11 जैसा आयोग ही वह रास्ता है जो यह सुनिश्चित करेगा कि कैपिटल को भविष्य में सुरक्षित रखा जा सकता है.'