वॉशिंगटन : अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (US Vice President Kamala Harris) ने कार्मिक प्रबंधन कार्यालय (personnel management office) के प्रमुख के तौर पर भारतीय-अमेरिकी किरण आहूजा के नाम की पुष्टि करने के लिए अपना महत्वपूर्ण वोट डाला. आहूजा के नामांकन पर विभाजित सीनेट में बराबरी की स्थिति को तोड़ने के लिए हैरिस का वोट अहम (Harris vote is important) रहा.
कार्मिक प्रबंधन कार्यालय एक संघीय एजेंसी है, जो देश के 20 लाख से अधिक लोक सेवकों का प्रबंधन करती है. अमेरिकी वकील एवं कार्यकर्ता आहूजा (49) अमेरिका सरकार में इस शीर्ष पद पर काबिज होने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी हैं. सीनेट में 50-50 मतों की स्थिति के बाद हैरिस ने मंगलवार को आहूजा के पक्ष में वोट डालने की घोषणा की.
हैरिस ने कहा, सीनेट के समान रूप से विभाजित होने पर उपराष्ट्रपति सकारात्मक मतदान करती हैं. इसके साथ ही उपराष्ट्रपति के तौर पर यह हैरिस का इस साल का छठा मत है, जो उन्होंने बराबरी की स्थिति को तोड़ने के लिए डाला है.
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सीनेटर डायने फिनस्टीन ने कहा कि आहूजा को जन सेवा और परोपकारी क्षेत्र में दो दशक से अधिक का अनुभव हासिल है, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रशासन में कार्मिक प्रबंधन कार्यालय में एक वरिष्ठ भूमिका भी शामिल है.
विपक्षी रिपब्लिकन नेताओं की राय रखते हुए सीनेटर जेम्स लैंकफोर्ड ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि संघीय सरकार के एचआर के प्रमुख को गर्भपात के पक्ष में इतना खुलकर बोलना चाहिए.
आहूजा 2015 से 2017 तक कार्मिक प्रबंधन कार्यालय के निदेशक की चीफ ऑफ स्टाफ पद पर रहीं. अभी वह परोपकारी संस्थानों के एक क्षेत्रीय नेटवर्क फिलान्थ्रोपी नॉर्थवेस्ट की सीईओ हैं. उन्होंने अमेरिकी न्याय विभाग में नागरिक अधिकार वकील के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की. उनका पालन-पोषण जॉर्जिया में हुआ और उन्होंने स्पेलमैन कॉलेज से राजनीति शास्त्र में स्नातक किया और जॉर्जिया विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री ली.
(भाषा)