हैदराबाद/डेस्क: हवाई विश्वविद्यालय के भाषा विज्ञान के एक प्रोफेसर लैरी किमुरा ने ब्रम्हांड में सबसे पहले दिखाई दिए ब्लैक होल का नाम 'पोवेही' दिया है. इसका पहली तस्वीर बुधवार को जारी हुई है. 'पोवेही' शब्द का अर्थ होता है बहुत गहरी अलंकृत रचना.
खगोलविदों के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट में शामिल कुल 8 टेलीस्कोप में से 2 अमेरिकी राज्य हवाई में स्थित थे इसलिए यह नाम उपयुक्त है. सीएनएन के मुताबिक पोवेही एक हवाईन वाक्यांश है जो 18वीं शताब्दी के कुमुलीपो जो कि हवाईन रचना का मंत्र को पढ़ते समय उच्चारित (जपा) किया जाता है. 'पो' जिसका अर्थ होता है एकांत रचना का गहरा स्रोत और 'वेही' जो कि 'पो' के कई तरीकों में से एक है, जिसका जप में वर्णन किया गया है.
बता दें, दुनिया में पहली बार आठ रेडियो टेलीस्कोप के डाटा से ब्लैक होल की पहली तस्वीर बुधवार को दिखाई गई थी. अखबार ने कहा कि ब्लैक होल के नाम को 18वीं शताब्दी के हवाइयन गीत कुमुलिपो से लिया गया है, जिसका अर्थ 'अतिसुंदर अथाह अंधेरी रचना' या 'अंधेरे स्त्रोत को सुशोभित करती एक अनंत रचना' है.
हवाइन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ने बताया, यह कमाल की बात है कि एक हवाईन के रूप में कुमूलिपो की पहचान अभी भी है. इसकी 2102 पंक्तियों के जाप में बहुत पुरानी पहचान से जोड़ने में सक्षम है. इस नाम के द्वारा आज हम अपने जीवन की इस अनमोल विरासत को आगे ले आते हैं.