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कोरोना संकट : एफडीए ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के दुष्प्रभावों के बारे में चेतावनी दी - अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप

अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने मलेरिया के उपचार में काम आने वाली दवाई हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के दुष्प्रभावों के बारे चेतावनी देते हुए कहा कि इसके उपयोग से हृदयगति से जुड़ी गंभीर एवं जानलेवा समस्या हो सकती है.

एफडीए
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Published : Apr 25, 2020, 7:53 PM IST

Updated : Apr 25, 2020, 9:29 PM IST

वॉशिंगटन : अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने मलेरिया के उपचार में काम आने वाली दवाई हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के दुष्प्रभावों के बारे में चेतावनी दी है.

खाद्य एवं औषधि प्रशासन के मुताबिक, इस दवा के दुष्प्रभावों में हृदयगति से जुड़ी गंभीर एवं जानलेवा समस्या हो सकती है. गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कहा था कि कोविड-19 के उपचार में यह दवा लाभदायक है.

एफडीए ने दवा सुरक्षा संवाद में कहा कि कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए इस दवा के आपात स्थिति में इस्तेमाल की इजाजत दी गई है.

उसने कहा कि दवा संबंधी इन जोखिमों का उल्लेख पहले से है हालांकि स्वास्थ्य देखभाल कर्मी करीब से देखें और मरीजों पर निगरानी रखें तो इसकी गंभीरता को कम किया जा सकता है.

एफडीए के आयुक्त स्टीफन एम हान ने कहा, 'हम जानते हैं कि स्वास्थ्य देखभालकर्मी अपने मरीजों के लिए हर संभव विकल्प देख रहे हैं और हम भरोसा दिलाना चाहते हैं कि हम उन्हें उचित जानकारी दे रहे हैं ताकि वे सही फैसले ले सकें.'

पढ़ें- कोरोना वायरस राहत पैकेज के लिए विधेयक को ट्रंप के पास भेजे जाने की संभावना

उन्होंने कहा, 'कोविड-19 के उपचार में ये दवाएं कितनी सुरक्षित और प्रभावी हैं, यह पता लगाने के लिए नैदानिक परीक्षण चल रहे हैं लेकिन इन दवाओं के जो दुष्प्रभाव हैं उन्हें भी ध्यान में रखा जाना आवश्यक है.'

कई रिपोर्ट में संकेत मिले हैं कि मलेरिया के इलाज में काम आने वाली दवा कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज को बीमारी के शुरुआती चरण में फायदा पहुंचाती है, लेकिन हृदयरोग से पीड़ित लोगों के लिए यह घातक है.

वॉशिंगटन : अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने मलेरिया के उपचार में काम आने वाली दवाई हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के दुष्प्रभावों के बारे में चेतावनी दी है.

खाद्य एवं औषधि प्रशासन के मुताबिक, इस दवा के दुष्प्रभावों में हृदयगति से जुड़ी गंभीर एवं जानलेवा समस्या हो सकती है. गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कहा था कि कोविड-19 के उपचार में यह दवा लाभदायक है.

एफडीए ने दवा सुरक्षा संवाद में कहा कि कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए इस दवा के आपात स्थिति में इस्तेमाल की इजाजत दी गई है.

उसने कहा कि दवा संबंधी इन जोखिमों का उल्लेख पहले से है हालांकि स्वास्थ्य देखभाल कर्मी करीब से देखें और मरीजों पर निगरानी रखें तो इसकी गंभीरता को कम किया जा सकता है.

एफडीए के आयुक्त स्टीफन एम हान ने कहा, 'हम जानते हैं कि स्वास्थ्य देखभालकर्मी अपने मरीजों के लिए हर संभव विकल्प देख रहे हैं और हम भरोसा दिलाना चाहते हैं कि हम उन्हें उचित जानकारी दे रहे हैं ताकि वे सही फैसले ले सकें.'

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उन्होंने कहा, 'कोविड-19 के उपचार में ये दवाएं कितनी सुरक्षित और प्रभावी हैं, यह पता लगाने के लिए नैदानिक परीक्षण चल रहे हैं लेकिन इन दवाओं के जो दुष्प्रभाव हैं उन्हें भी ध्यान में रखा जाना आवश्यक है.'

कई रिपोर्ट में संकेत मिले हैं कि मलेरिया के इलाज में काम आने वाली दवा कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज को बीमारी के शुरुआती चरण में फायदा पहुंचाती है, लेकिन हृदयरोग से पीड़ित लोगों के लिए यह घातक है.

Last Updated : Apr 25, 2020, 9:29 PM IST
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