वॉशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के विपक्षी नेता अलेक्सी नवेलनी को दिए गए जहर के मामले पर रूस की निंदा करने से इनकार कर दिया है. ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने इसे लेकर सबूत नहीं देखे हैं.
शनिवार को मीडिया रिपोर्ट द्वारा जारी खबर के अनुसार उन्होंने कहा कि मामला 'दुखद' था. हालांकि उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वे चीन पर ज्यादा ध्यान दें क्योंकि वह दुनिया के लिए रूस से बड़ा खतरा है.
नाटो और जर्मनी का कहना है कि संदेह से परे सबूत हैं कि नवेलनी पर नोविचोक नर्व एजेंट के साथ हमला किया गया. उनकी टीम ने कहा कि क्रेमलिन के आदेश पर उन्हें जहर दिया गया था.
जबकि रूस ने इस बात से इनकार किया है. शनिवार को रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि यदि नोविचोक का वास्तव में उपयोग हुआ है, तो यह तय है कि उसे रूस में तैयार नहीं किया गया है.
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बता दें कि नवेलनी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विरोधी नेता हैं. वह भ्रष्टाचार-विरोधी प्रचारक के रूप में लंबे समय से सक्रिय हैं. आरोप है कि उन्हें जहर दिया गया है, वे अभी बर्लिन के एक अस्पताल में भर्ती हैं और कोमा में हैं.
शुक्रवार को एक प्रेस कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा कि मुझे नहीं पता कि वास्तव में क्या हुआ था. मुझे लगता है कि यह दुखद है, यह भयानक है, ऐसा नहीं होना चाहिए. अभी हमारे पास कोई सबूत नहीं है, लेकिन मैं इसे देखूंगा.
पुतिन के मसले पर उन्होंने कहा कि यह दिलचस्प है कि हर कोई हमेशा रूस का जिक्र करता है, लेकिन मुझे लगता है कि अभी चीन एक ऐसा राष्ट्र है, जिसके बारे में आपको बात करनी चाहिए.