वाशिंगटन: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जी 7 देशों के समूह को एक पुराना समूह बताया है. उनका मानना है कि यह ठीक से प्रतिनिधित्व नहीं करता. ट्रंप ने भारत को भी इस समूह का भाग बनने के लिए आमंत्रित किया है.
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वर्तमान जी 7 प्रारूप पुराना है. मैं इसे स्थगित कर रहा हूं क्योंकि मुझे नहीं लगता है कि जी 7 के रूप ठीक से काम कर रहा है. जी-7 शिखर वॉशिंगटन में 10-12 जून को होने वाला था, लेकिन कोरोनो वायरस महामारी के कारण जून के अंत में इसे स्थानांतरित कर दिया गया है.
बता दें कि जी 7 समूह के सदस्य कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका हैं. ट्रंप ने रूस, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया और भारत को संभावित परिवर्धन के रूप में चुना है. इससे पहले जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने ट्रंप की मेजबानी में प्रस्तावित जी-7 बैठक में हिस्सा नहीं लेने की बात कही. मर्केल के कार्यालय ने शनिवार को यह जानकारी दी.
इससे पहले 10-12 जून को कैंप डेविड में निर्धारित सालाना जी-7 सम्मेलन को रद्द कर दिया गया था. इसके बाद ट्रंप ने एक सप्ताह पहले कहा था कि वह इन देशों के नेताओं से आमने-सामने बैठक करने पर विचार कर रहे हैं क्योंकि ऐसा करने से यह संदेश जाएगा कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान हालात सामान्य हो रहे हैं. ट्रंप की घोषणा के तत्काल बाद मर्केल ने कहा था कि उन्होंने आमने-सामने या वीडियो कांफ्रेंस के जरिये होने वाली बैठक में शिरकत करने को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया है, लेकिन अब मर्केल के कार्यालय ने साफ कर दिया है कि वह बैठक में भाग नहीं लेंगी.
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मर्केल के कार्यालय ने कहा है कि कोरोना वायरस से उत्पन्न हालात के मद्देनजर वह बैठक में शामिल होने का वादा नहीं कर सकतीं.