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अमेरिकी चुनाव में ट्रंप की मदद करने के अभियान को पुतिन ने दी थी मंजूरी

अमेरिका के नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक के कार्यालय से मंगलवार को एक रिपोर्ट जारी की गई है. रिपोर्ट में अमेरिकी चुनाव में राष्ट्रपति जो बाइडेन की जीत की प्रामाणिकता की पुष्टि की गई है और चुनाव में किसी भी तरह की धांधली से इनकार किया गया है. इस रिपोर्ट में अमेरिकी चुनावों में विदेशी दखल का विस्तृत आकलन दिया गया है.

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Published : Mar 17, 2021, 3:09 PM IST

वॉशिंगटन : अमेरिका के खुफिया अधिकारियों को राष्ट्रपति चुनाव 2020 को बाधित करने के कोई सबूत हाथ नहीं लगे हैं. सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा जीते गए चुनाव की प्रामाणिकता की पुष्टि की गई. अमेरिकी अधिकारियों को ऐसा कोई सबूत नहीं मिला कि विदेशी ताकतों ने वोट बदले हों या फिर पिछले साल तीन नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव में मतदान प्रक्रिया को बाधित किया हो.

लेकिन अमेरिकी अधिकारियों का ये भी कहना है कि उन्होंने उस समय विदेशी ताकतों के एक बड़े समूह को ट्रैक किया था, जो अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करना चाहते थे.

रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका में गत नवंबर में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मदद करने के अभियानों को मंजूरी दी थी.

खुफिया रिपोर्ट में यह बताया गया है कि रूस और ईरान ने चुनाव नतीजों को प्रभावित करने की व्यापक कोशिशें की थीं, लेकिन ऐसा कोई सबूत नहीं मिला कि किसी विदेशी दखल से मतों या मतदान प्रक्रिया पर कोई असर पड़ा हो.

रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने मतदान पर विश्वास कम करने और ट्रंप के फिर से राष्ट्रपति बनने की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने की कोशिशें की.

इन कोशिशों के बावजूद खुफिया अधिकारियों को मतदान प्रक्रिया के किसी तकनीकी पहलू से छेड़छाड़ कर 2020 के अमेरिकी चुनाव में किसी विदेशी दखल के कोई सबूत नहीं मिले.

यह भी पढ़ें : अमेरिकी सीनेट ने डेब हालंद को देश की गृह सचिव चुना

मंगलवार को आई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने चुनाव में दखल नहीं दिया.

अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि उनका मानना है कि चीन अमेरिका के साथ स्थिर संबंध को अहमियत देता है और उसने चुनाव में हस्तक्षेप करके इसमें पकड़े जाने का किसी तरह का जोखिम नहीं उठाया.

वॉशिंगटन : अमेरिका के खुफिया अधिकारियों को राष्ट्रपति चुनाव 2020 को बाधित करने के कोई सबूत हाथ नहीं लगे हैं. सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा जीते गए चुनाव की प्रामाणिकता की पुष्टि की गई. अमेरिकी अधिकारियों को ऐसा कोई सबूत नहीं मिला कि विदेशी ताकतों ने वोट बदले हों या फिर पिछले साल तीन नवंबर को हुए राष्ट्रपति चुनाव में मतदान प्रक्रिया को बाधित किया हो.

लेकिन अमेरिकी अधिकारियों का ये भी कहना है कि उन्होंने उस समय विदेशी ताकतों के एक बड़े समूह को ट्रैक किया था, जो अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करना चाहते थे.

रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका में गत नवंबर में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मदद करने के अभियानों को मंजूरी दी थी.

खुफिया रिपोर्ट में यह बताया गया है कि रूस और ईरान ने चुनाव नतीजों को प्रभावित करने की व्यापक कोशिशें की थीं, लेकिन ऐसा कोई सबूत नहीं मिला कि किसी विदेशी दखल से मतों या मतदान प्रक्रिया पर कोई असर पड़ा हो.

रिपोर्ट में कहा गया है कि ईरान ने मतदान पर विश्वास कम करने और ट्रंप के फिर से राष्ट्रपति बनने की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने की कोशिशें की.

इन कोशिशों के बावजूद खुफिया अधिकारियों को मतदान प्रक्रिया के किसी तकनीकी पहलू से छेड़छाड़ कर 2020 के अमेरिकी चुनाव में किसी विदेशी दखल के कोई सबूत नहीं मिले.

यह भी पढ़ें : अमेरिकी सीनेट ने डेब हालंद को देश की गृह सचिव चुना

मंगलवार को आई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने चुनाव में दखल नहीं दिया.

अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि उनका मानना है कि चीन अमेरिका के साथ स्थिर संबंध को अहमियत देता है और उसने चुनाव में हस्तक्षेप करके इसमें पकड़े जाने का किसी तरह का जोखिम नहीं उठाया.

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