न्यूयार्क : कोरोना वायरस से प्रभावित एक अमेरिकी क्रूज जहाज को शनिवार देर रात बंदरगाह पर आने की इजाजत दे दी गई और यह सोमवार को ऑकलैंड के बंदरगाह पर ठहरेगा. वहीं, देश में वायरस संक्रमण के 400 से ज्यादा मामलों की पुष्टि के बाद न्यूयॉर्क ने भी स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है.
तेजी से फैलते इस वायरस का प्रसार पहले ही अमेरिका के 30 राज्यों में हो चुका है और इससे कम से कम 19 लोगों की जान चली गई, जबकि अमेरिकी राजधानी में शनिवार को मौत का पहला मामला सामने आया. लोग अब सार्वजनिक कार्यक्रमों के रद होने को भी समझ रहे हैं.
ग्रैंड प्रिंसेस क्रूज जहाज में 45 लोगों का परीक्षण किया गया और इनमें से 21 लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से 19 चालक दल के सदस्य हैं जबकि दो यात्री.
अधिकारियों ने पोत को सैन फ्रांसिस्को के तट पर रहने का आदेश दिया है, जहां उसे शनिवार को ठहरना था. जहाज को 14 दिन के हवाई द्वीप के दौरे के बाद शनिवार को लौटना था. इससे पहले यह सामने आया था कि जहाज की इससे पूर्व की यात्रा के दौरान एक यात्री वायरस से संक्रमित था और बाद में उसकी मौत हो गई थी.
पोत के स्वामित्व वाली कंपनी प्रिंसेस क्रूजेज ने एक बयान में कहा कि यह जहाज अब सोमवार को निकटवर्ती ऑकलैंड में बंदरगाह पर ठहरेगा और जिन यात्रियों को इलाज की नितांत जरूरत होगी उन्हें ही उतारा जाएगा.
कंपनी ने कहा कि जहाज के चालक दल को पृथक रखा जाएगा और जहाज पर ही उनका इलाज किया जाएगा.
प्रिंसेस क्रूजेज के मुताबिक पोत के चालक दल के 11 सौ सदस्यों में से करीब आधे फिलिपींस से हैं और उनमें से कुछ वायरस संक्रिमत पाए गए हैं.
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गौरतलब है कि अमेरिकी सरकार की तरफ से कोविड-19 की रोकथाम की कमान संभाल रहे उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने पूर्व में कहा था कि पोत के सभी 3,533 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की कोरोना वायरस को लेकर जांच की जाएगी और अगर जरूरी हुआ तो उन्हें पृथक रखा जाएगा.
देशभर में अब तक करीब 400 लोग वायरस के संक्रमण की चपेट में हैं और रोजाना दर्जनों मामले सामने आ रहे हैं.
न्यूयॉर्क ने कोविड-19 के मरीजों की संख्या 89 तक पहुंचने के बाद आपातकाल की घोषणा की है. मरीजों में उबर कंपनी के लिए काम करने वाला एक ड्राइवर भी है.