वॉशिंगटन : अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में आत्मघाती बम विस्फोट में 13 अमेरिकी सैनिकों और 170 से अधिक अफगानों के मारे जाने के बाद अमेरिका के सुरक्षा बल जहां मंगलवार तक अपने नागरिकों को बाहर निकालने के लिए प्रयासरत हैं वहीं विशेषज्ञ वहां के खून-खराबे को अमेरिकी हार का नतीजा बताते हैं.
अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़े युद्ध के बाद अमेरिका अफगानिस्तान से वापस जा रहा है. जिस तालिबान के खिलाफ अमेरिका ने पहले लड़ाई लड़ी थी, उसी के हाथ में वह देश को छोड़कर जा रहा है.
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यह पूछे जाने पर कि वर्तमान संकट को लेकर क्या राष्ट्रपति बाइडेन इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं तो व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि वर्तमान में ऐसी बातों पर गौर करने के लिए वक्त नहीं है.
पुलित्जर पुरस्कार विजेता इतिहासकार जोसेफ इलिस ने कहा कि काबुल में दुनिया जो खून-खराबा देख रही है वह अमेरिका के देश छोड़ने का खराब योजना या अक्षमता नहीं है, बल्कि यह उसकी हार है. उन्होंने कहा कि हम जब वहां गए थे और जो हालात थे हम अब भी वैसा ही देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब आप युद्ध हारते हैं तो ऐसा ही होता है.
(पीटीआई-भाषा)