वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन काबुल हवाई अड्डे के पास आत्मघाती हमले में मारे गए 13 अमेरिकी सैनिकों को श्रद्धांजलि देने एवं शोक व्यक्त करने के लिए रविवार को डेलवेयर स्थित डोवर एयरफोर्स बेस जा रहे हैं.
हमले में मारे गए अमेरिकी सैनिकों के पार्थिव शरीर अफगानिस्तान से अमेरिका लाये जा रहे हैं. बाइडेन विदेश में युद्ध में मारे गए सैनिकों के पार्थिव शरीर को प्राप्त करने के लिए एक सैन्य कार्यक्रम में शामिल होंगे.
हमले में मारे गए सैनिकों की आयु 20 से 31 वर्ष के बीच थी और वे कैलिफोर्निया और मैसाचुसेट्स एवं अन्य प्रांतों के रहने वाले थे. मारे गए अमेरिकी सैनिकों में व्योमिंग निवासी 20 वर्षीय एक मरीन शामिल है जिसकी पत्नी करीब तीन सप्ताह में अपने पहले बच्चे को जन्म देने वाली है.
साथ ही इसमें 22 वर्षीय एक नेवी कॉर्प्समैन भी शामिल है जिसने अपनी मां के साथ अपनी अंतिम बातचीत में उसे आश्वासन दिया था कि वह सुरक्षित रहेगा. मारे गए अमेरिकी सैनिकों में पांच की आयु केवल 20 वर्ष थी.
बाइडेन ने शनिवार को एक बयान में कहा था कि जिन 13 सैनिकों को हमने खोया, वे ऐसे नायक थे जिन्होंने हमारे सर्वोच्च अमेरिकी आदर्शों के लिए और दूसरों की जान बचाते हुए अपना बलिदान दिया. उनकी बहादुरी और निस्वार्थता ने अब तक 1,17,000 से अधिक लोग सुरक्षित हुए हैं.
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मारे गए अमेरिकी सैनिकों के परिजन भी ऐसे मौके पर आमतौर पर डोवर में उपस्थित रहते हैं. राष्ट्रपति के रूप में बाइडेन पहली बार ऐसे किसी कार्यक्रम में शामिल होंगे.
(पीटीआई-भाषा)