ETV Bharat / international

बाइडेन ने इजरायली PM से फोन पर की बात, किया संघर्षविराम का समर्थन - अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन

अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने इससे पहले दिन में अपने क्षेत्रीय समकक्षों के साथ इस मुद्दे पर फोन पर बातचीत के दौरान संघर्ष विराम का समर्थन किया. बाइडेन का यह कदम इस बात का संकेत है कि अमेरिका चाहता है कि हमास के साथ इजरायल की शत्रुता खत्म हो.

बाइडेन
बाइडेन
author img

By

Published : May 18, 2021, 10:29 AM IST

वॉशिंगटन : इजरायल और फलस्तीन के बीच युद्ध के आठवें दिन सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत के दौरान 'संघर्ष विराम का समर्थन' किया. ह्वाइट हाउस ने इस बारे में बताया.

बाइडेन का यह कदम इस बात का संकेत है कि अमेरिका चाहता है कि हमास के साथ इजरायल की शत्रुता खत्म हो.

डेमोक्रेट और अन्य सदस्यों द्वारा इजरायल और गाजा के हमास शासकों के बीच तत्काल संघर्ष विराम की बढ़ती मांग के बीच बाइडेन प्रशासन ने सोमवार को इस मुद्दे से दूरी बना ली. इजरायल और फलस्तीन के बीच लड़ाई दूसरे हफ्ते में पहुंच गयी है, जिसमें 200 से अधिक लोग मारे गये हैं. इनमें से अधिकतर गाजा में फलस्तीनी नागरिक हैं.

पढ़ें- तुर्की ने पोप से इजराइल के खिलाफ प्रतिबंध का समर्थन करने का किया आग्रह

अमेरिका, इजरायल का शीर्ष सहयोगी देश है. इजराइल-फलस्तीन संघर्ष के जोर पकड़ने और आम नागरिकों की मौत पर 'गंभीर चिंता' जताते हुए 15 देशों वाले संयुक्त सुरक्षा परिषद के सर्वसम्मत बयान को अमेरिका ने तीसरी बार रोक दिया. आखिरकार सोमवार को अमेरिका द्वारा खारिज करने के बाद सुरक्षा परिषद का बयान कम से कम फिलहाल के लिए निष्प्रभावी हो गया है.

ह्वाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि अमेरिका इसके बजाय 'शांति, गहन कूटनीति' पर ध्यान दे रहा है. हालांकि, इजरायल-फलस्तीन विवाद में अन्य देशों की अपील का अब तक कोई असर दिखता प्रतीत नहीं हो रहा है.

नॉर्डिक देशों की यात्रा पर गये अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में कहा कि शांत अमेरिका ने गाजा पट्टी और इजरायल में शत्रुता कम करने के लिए प्रयास किया है.

पढ़ें- सहकर्मी के साथ रिलेशन में थे गेट्स, इस्तीफे के पहले चल रही थी जांच : रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने रविवार को सुरक्षा परिषद की आपात उच्च स्तरीय बैठक में कहा कि अमेरिका इस लड़ाई को रोकने के लिए 'कूटनीतिक माध्यमों से अथक प्रयास कर रहा है'. हालांकि, अमेरिका ने सुरक्षा परिषद द्वारा बयान जारी करने और विवाद खत्म करने के संबंध में चीन, नॉर्वे और ट्यूनीशिया के कदम पर रोक लगा दी.

संकट को कम करने के लिए ब्लिंकन ने उप सहायक हैदी आमर को इजराइल भेजा है, जिन्होंने अधिकारियों से मुलाकात की. हालांकि, ब्लिंकन ने अपने मौजूदा दौरे में पश्चिम एशिया जाने की योजना के बारे में कोई घोषणा नहीं की है.

वॉशिंगटन : इजरायल और फलस्तीन के बीच युद्ध के आठवें दिन सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत के दौरान 'संघर्ष विराम का समर्थन' किया. ह्वाइट हाउस ने इस बारे में बताया.

बाइडेन का यह कदम इस बात का संकेत है कि अमेरिका चाहता है कि हमास के साथ इजरायल की शत्रुता खत्म हो.

डेमोक्रेट और अन्य सदस्यों द्वारा इजरायल और गाजा के हमास शासकों के बीच तत्काल संघर्ष विराम की बढ़ती मांग के बीच बाइडेन प्रशासन ने सोमवार को इस मुद्दे से दूरी बना ली. इजरायल और फलस्तीन के बीच लड़ाई दूसरे हफ्ते में पहुंच गयी है, जिसमें 200 से अधिक लोग मारे गये हैं. इनमें से अधिकतर गाजा में फलस्तीनी नागरिक हैं.

पढ़ें- तुर्की ने पोप से इजराइल के खिलाफ प्रतिबंध का समर्थन करने का किया आग्रह

अमेरिका, इजरायल का शीर्ष सहयोगी देश है. इजराइल-फलस्तीन संघर्ष के जोर पकड़ने और आम नागरिकों की मौत पर 'गंभीर चिंता' जताते हुए 15 देशों वाले संयुक्त सुरक्षा परिषद के सर्वसम्मत बयान को अमेरिका ने तीसरी बार रोक दिया. आखिरकार सोमवार को अमेरिका द्वारा खारिज करने के बाद सुरक्षा परिषद का बयान कम से कम फिलहाल के लिए निष्प्रभावी हो गया है.

ह्वाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि अमेरिका इसके बजाय 'शांति, गहन कूटनीति' पर ध्यान दे रहा है. हालांकि, इजरायल-फलस्तीन विवाद में अन्य देशों की अपील का अब तक कोई असर दिखता प्रतीत नहीं हो रहा है.

नॉर्डिक देशों की यात्रा पर गये अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में कहा कि शांत अमेरिका ने गाजा पट्टी और इजरायल में शत्रुता कम करने के लिए प्रयास किया है.

पढ़ें- सहकर्मी के साथ रिलेशन में थे गेट्स, इस्तीफे के पहले चल रही थी जांच : रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने रविवार को सुरक्षा परिषद की आपात उच्च स्तरीय बैठक में कहा कि अमेरिका इस लड़ाई को रोकने के लिए 'कूटनीतिक माध्यमों से अथक प्रयास कर रहा है'. हालांकि, अमेरिका ने सुरक्षा परिषद द्वारा बयान जारी करने और विवाद खत्म करने के संबंध में चीन, नॉर्वे और ट्यूनीशिया के कदम पर रोक लगा दी.

संकट को कम करने के लिए ब्लिंकन ने उप सहायक हैदी आमर को इजराइल भेजा है, जिन्होंने अधिकारियों से मुलाकात की. हालांकि, ब्लिंकन ने अपने मौजूदा दौरे में पश्चिम एशिया जाने की योजना के बारे में कोई घोषणा नहीं की है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.