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एंतोनियो गुतारेस संयुक्त राष्ट्र महासचिव चुने गए, लगातार दूसरी बार पांच साल का कार्यकाल

एंतोनियो गुतारेस संयुक्त राष्ट्र महासचिव चुने गए हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने शुक्रवार को एंतोनियो गुतारेस को फिर से महासचिव नियुक्त किया. गुतारेस लगातार दूसरी बार पांच साल के कार्यकाल के लिए चुने गए हैं.

एंतोनियो गुतारेस संयुक्त राष्ट्र महासचिव
एंतोनियो गुतारेस संयुक्त राष्ट्र महासचिव
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Published : Jun 18, 2021, 7:13 PM IST

Updated : Jun 18, 2021, 10:32 PM IST

न्यूयॉर्क : एंतोनियो गुतारेस लगातार दूसरी बार पांच साल के कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव चुने गए हैं. उनका दूसरा कार्यकाल एक जनवरी 2022 से शुरू होगा. इससे पहले शक्तिशाली सुरक्षा परिषद ने 193 सदस्यीय संस्था के लिए गुतारेस के पुन: निर्वाचन की सर्वसम्मति से सिफारिश की थी.

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र के अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर ने घोषणा की कि 'गुतारेस को फिर से संयुक्त राष्ट्र का महासचिव नियुक्त किया जाता है, उनका दूसरा कार्यकाल एक जनवरी 2022 से आरंभ होगा और 31 दिसंबर 2026 को समाप्त होगा. बोजकिर ने 72 वर्षीय गुतारेस को संरा महासभा के हॉल में मंच पर शपथ दिलवाई.

इससे पहले, आठ जून को 15 सदस्यीय परिषद की बैठक में महासचिव के पद के लिए सर्वसम्मति से गुतारेस के नाम की सिफारिश वाले प्रस्ताव को अपनाया गया था. संयुक्त राष्ट्र में एस्टोनिया के राजदूत और जून महीने के लिए परिषद के अध्यक्ष स्वेन जुर्गेनसन ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, 'हम सभी ने वास्तव में महासचिव को सक्रिय देखा है.'

उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि वह शानदार महासचिव रहे हैं. वह दुनिया में संघर्ष वाले क्षेत्रों पर राय रखते हैं और वह सभी से बात कर सकते हैं. मुझे लगता है कि महासचिव से यही अपेक्षा होती है और वह पहले ही पांच साल के कार्यकाल में काबिल साबित हुए हैं.'

भारत ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के रूप में गुतारेस के पुन: निर्वाचन के लिए समर्थन जताया है और उनके नाम की अनुशंसा वाले प्रस्ताव को अपनाये जाने का स्वागत किया. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने ट्वीट किया, 'भारत संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस को दूसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने की सिफारिश वाले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के पारित होने का स्वागत करता है.'

भारत का रूख
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में गुतारेस से मुलाकात की थी और दुनिया के शीर्ष राजनयिक के रूप में उनके दूसरे कार्यकाल के लिहाज से नयी दिल्ली की ओर से समर्थन व्यक्त किया था. जयशंकर ने बैठक के बाद एक ट्वीट में कहा था, 'भारत संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा परिषद के नेतृत्व को महत्व देता है, विशेष रूप से ऐसे समय में जब समय चुनौतीपूर्ण हो. दूसरे कार्यकाल के लिए उनकी उम्मीदवारी का समर्थन जताया.' बाद में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन द्वारा जारी प्रेस वक्तव्य में भी जयशंकर के इस कथन को दोहराया गया.

हर महासचिव को मिलता है दूसरे कार्यकाल का विकल्प
संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत महासचिव की नियुक्ति महासभा द्वारा सुरक्षा परिषद की सिफारिश पर की जाती है. प्रत्येक महासचिव के पास दूसरे कार्यकाल का विकल्प होता है, यदि वे सदस्य राष्ट्रों से पर्याप्त समर्थन जुटा लें.

यह भी पढ़ें- भारत ने UNGA के 76वें सत्र का अध्यक्ष चुने जाने पर अब्दुल्ला को दी बधाई

अभी तक नहीं बनी महिला महासचिव
संयुक्त राष्ट्र के नौवें महासचिव गुतारेस ने एक जनवरी, 2017 को शपथ ली थी और उनका पहला कार्यकाल इस साल 31 दिसंबर को समाप्त होगा. पुर्तगाल के पूर्व प्रधानमंत्री गुतारेस जून, 2005 से दिसंबर, 2015 तक एक दशक के लिए संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी उच्चायुक्त रहे थे. संयुक्त राष्ट्र के 75 वर्ष के इतिहास में कोई महिला महासचिव नहीं रही हैं और गुतारेस का पुन: निर्वाचन स्पष्ट करता है कि इस वैश्विक संस्था का नेतृत्व किसी महिला को 2026 के बाद ही मिल सकता है.

(पीटीआई-भाषा)

न्यूयॉर्क : एंतोनियो गुतारेस लगातार दूसरी बार पांच साल के कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव चुने गए हैं. उनका दूसरा कार्यकाल एक जनवरी 2022 से शुरू होगा. इससे पहले शक्तिशाली सुरक्षा परिषद ने 193 सदस्यीय संस्था के लिए गुतारेस के पुन: निर्वाचन की सर्वसम्मति से सिफारिश की थी.

संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र के अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर ने घोषणा की कि 'गुतारेस को फिर से संयुक्त राष्ट्र का महासचिव नियुक्त किया जाता है, उनका दूसरा कार्यकाल एक जनवरी 2022 से आरंभ होगा और 31 दिसंबर 2026 को समाप्त होगा. बोजकिर ने 72 वर्षीय गुतारेस को संरा महासभा के हॉल में मंच पर शपथ दिलवाई.

इससे पहले, आठ जून को 15 सदस्यीय परिषद की बैठक में महासचिव के पद के लिए सर्वसम्मति से गुतारेस के नाम की सिफारिश वाले प्रस्ताव को अपनाया गया था. संयुक्त राष्ट्र में एस्टोनिया के राजदूत और जून महीने के लिए परिषद के अध्यक्ष स्वेन जुर्गेनसन ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, 'हम सभी ने वास्तव में महासचिव को सक्रिय देखा है.'

उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि वह शानदार महासचिव रहे हैं. वह दुनिया में संघर्ष वाले क्षेत्रों पर राय रखते हैं और वह सभी से बात कर सकते हैं. मुझे लगता है कि महासचिव से यही अपेक्षा होती है और वह पहले ही पांच साल के कार्यकाल में काबिल साबित हुए हैं.'

भारत ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के रूप में गुतारेस के पुन: निर्वाचन के लिए समर्थन जताया है और उनके नाम की अनुशंसा वाले प्रस्ताव को अपनाये जाने का स्वागत किया. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने ट्वीट किया, 'भारत संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस को दूसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने की सिफारिश वाले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के पारित होने का स्वागत करता है.'

भारत का रूख
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में गुतारेस से मुलाकात की थी और दुनिया के शीर्ष राजनयिक के रूप में उनके दूसरे कार्यकाल के लिहाज से नयी दिल्ली की ओर से समर्थन व्यक्त किया था. जयशंकर ने बैठक के बाद एक ट्वीट में कहा था, 'भारत संयुक्त राष्ट्र में सुरक्षा परिषद के नेतृत्व को महत्व देता है, विशेष रूप से ऐसे समय में जब समय चुनौतीपूर्ण हो. दूसरे कार्यकाल के लिए उनकी उम्मीदवारी का समर्थन जताया.' बाद में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन द्वारा जारी प्रेस वक्तव्य में भी जयशंकर के इस कथन को दोहराया गया.

हर महासचिव को मिलता है दूसरे कार्यकाल का विकल्प
संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत महासचिव की नियुक्ति महासभा द्वारा सुरक्षा परिषद की सिफारिश पर की जाती है. प्रत्येक महासचिव के पास दूसरे कार्यकाल का विकल्प होता है, यदि वे सदस्य राष्ट्रों से पर्याप्त समर्थन जुटा लें.

यह भी पढ़ें- भारत ने UNGA के 76वें सत्र का अध्यक्ष चुने जाने पर अब्दुल्ला को दी बधाई

अभी तक नहीं बनी महिला महासचिव
संयुक्त राष्ट्र के नौवें महासचिव गुतारेस ने एक जनवरी, 2017 को शपथ ली थी और उनका पहला कार्यकाल इस साल 31 दिसंबर को समाप्त होगा. पुर्तगाल के पूर्व प्रधानमंत्री गुतारेस जून, 2005 से दिसंबर, 2015 तक एक दशक के लिए संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी उच्चायुक्त रहे थे. संयुक्त राष्ट्र के 75 वर्ष के इतिहास में कोई महिला महासचिव नहीं रही हैं और गुतारेस का पुन: निर्वाचन स्पष्ट करता है कि इस वैश्विक संस्था का नेतृत्व किसी महिला को 2026 के बाद ही मिल सकता है.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jun 18, 2021, 10:32 PM IST
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