ETV Bharat / international

CAB से पड़ने वाले असर को लेकर चिंतित है अमेरिका

अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर नजर रखने वाले अमेरिका के राजनयिक ने कहा कि भारत में CAB से पड़ने वाले असर को लेकर देश चिंतित है. उन्होंने कहा कि हम भारत के संविधान का सम्मान करते हैं लेकिन कैब से पड़ने वाले असर को लेकर चिंतित हैं.' जानें उन्होंने और क्या कुछ कहा...

etvbharat
अमेरिका के राजदूत सैम ब्राउनबैक
author img

By

Published : Dec 14, 2019, 10:15 AM IST

वॉशिंगटन : अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर नजर रखने वाले अमेरिका के एक राजनयिक ने कहा कि भारत में नागरिकता (संशोधन) विधेयक (CAB) से पड़ने वाले असर को लेकर अमेरिका चिंतित है.

अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए अमेरिका के विशेष राजदूत सैम ब्राउनबैक ने ट्वीट किया, 'भारत का संविधान उसकी महान ताकतों में से एक है. एक साथी लोकतंत्र के तौर पर, हम भारत के संविधान का सम्मान करते हैं लेकिन कैब से पड़ने वाले असर को लेकर चिंतित हैं.'

उन्होंने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि सरकार धार्मिक स्वतंत्रता सहित संविधान की अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन करेगी.' भारत और अमेरिका के बीच अगले सप्ताह होने वाली 2+2 वार्ता से पहले उनका यह बयान आया है.

पढे़ं : अमेरिका में संसदीय समिति ने ट्रंप के खिलाफ आरोपों को मंजूरी दी

विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर के साथ 18 दिसंबर को दूसरे दौर की 2+2 वार्ता करने के लिए अगले सप्ताह यहां आएंगे.

आपको बता दें कि इस बीच, भारतीय अमेरिकी मुस्लिम काउंसिल द्वारा आयोजित एक संसदीय बैठक में एमगेज एक्शन और हिंदूज फॉर ह्यूमन राइट्स 'ग्रेगरी स्टैनटन ऑफ जेनोसाइड वॉच ने गुरुवार को कश्मीर और असम में मानवाधिकारों की स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की.

वॉशिंगटन : अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर नजर रखने वाले अमेरिका के एक राजनयिक ने कहा कि भारत में नागरिकता (संशोधन) विधेयक (CAB) से पड़ने वाले असर को लेकर अमेरिका चिंतित है.

अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए अमेरिका के विशेष राजदूत सैम ब्राउनबैक ने ट्वीट किया, 'भारत का संविधान उसकी महान ताकतों में से एक है. एक साथी लोकतंत्र के तौर पर, हम भारत के संविधान का सम्मान करते हैं लेकिन कैब से पड़ने वाले असर को लेकर चिंतित हैं.'

उन्होंने कहा, 'हम उम्मीद करते हैं कि सरकार धार्मिक स्वतंत्रता सहित संविधान की अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन करेगी.' भारत और अमेरिका के बीच अगले सप्ताह होने वाली 2+2 वार्ता से पहले उनका यह बयान आया है.

पढे़ं : अमेरिका में संसदीय समिति ने ट्रंप के खिलाफ आरोपों को मंजूरी दी

विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर के साथ 18 दिसंबर को दूसरे दौर की 2+2 वार्ता करने के लिए अगले सप्ताह यहां आएंगे.

आपको बता दें कि इस बीच, भारतीय अमेरिकी मुस्लिम काउंसिल द्वारा आयोजित एक संसदीय बैठक में एमगेज एक्शन और हिंदूज फॉर ह्यूमन राइट्स 'ग्रेगरी स्टैनटन ऑफ जेनोसाइड वॉच ने गुरुवार को कश्मीर और असम में मानवाधिकारों की स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की.

ZCZC
PRI GEN INT
.WASHINGTON FGN4
US-CAB
US concerned about implications of CAB
By Lalit K Jha
         Washington, Dec 14 (PTI) The United States is concerned about the implications of the Citizenship (Amendment) Bill in India, a top American diplomat responsible for monitoring international religious freedom said on Friday.
         "One of India's great strengths is its Constitution. As a fellow democracy, we respect India's institutions, but are concerned about the implications of the CAB Bill," Sam Brownback, Ambassador at Large for International Religious Freedom, said in a tweet.
         "We hope the government will abide by its constitutional commitments, including on religious freedom," he said in his tweet, which comes days before next week's 2+2 ministerial between India and the US.
         External Affairs Minister S Jaishankar and Defence Minister Rajnath Singh are scheduled to arrive at Washington DC next week for the second 2+2 ministerial with their respective American counterparts -- Secretary of State Mike Pompeo and Defense Secretary Mark Esper -- on December 18.
         Meanwhile, at a Congressional briefing organised by the Indian American Muslim Council, Emgage Action and the Hindus for Human Rights, Gregory Stanton of Genocide Watch expressed concern on Thursday over the human rights situation in Kashmir and Assam.
         Stanton is known for creating the famous "Ten Stages of Genocide" as a presentation to the US Department of State when he worked there in 1996. He also drafted the UN Security Council resolutions that created the International Criminal Tribunal on Rwanda and the Burundi Commission of Inquiry.
         Claiming that Assam was seeing "the construction of a pretext for expulsion [of Muslims]", Stanton said the "ongoing genocide" in both Kashmir and Assam was a "classic case" and followed the pattern of the "Ten Stages of Genocide". PTI LKJ
RC
12140547
NNNN
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.