वाशिंगटन : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच 24 सितंबर को व्हाइट हाउस में हुई बैठक के बाद से दोनों देशों के बीच कई उच्च स्तरीय बैठकें हो चुकी हैं व कई आगामी हफ्तों में होने वाली हैं.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सितंबर में हुए क्वाड शिखर सम्मेलन और द्विपक्षीय बैठकों ने संबंधों और साझेदारी के महत्व पर चर्चा करने का अवसर किया.
उन्होंने कहा कि इस समय, उच्च स्तरीय वार्ताकारों चाहे वे विदेश मंत्री हों, विदेश मंत्रालय के अधिकारी हों या राष्ट्रीय सुरक्षा दल के नेता हो, उनके जरिए काम जारी रखने पर और आर्थिक सुरक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा, कोविड से निपटने तथा महामारी पर काबू पाने के लिए हम किस तरह आगे बढ़ सकते हैं, इस पर हमारा ध्यान होगा.
साकी ने कहा कि इसलिए आने वाले हफ्तों और महीनों में नेताओं के बाद के उच्च स्तर पर काम जारी रहेगा. मोदी और बाइडेन की मुलाकात के पखवाड़े भर से भी कम समय में दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय दौरे हुए.
इनमें प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत का अमेरिका दौरा और अमेरिका के उप विदेश मंत्री वेंडी शर्मन का भारत दौरा प्रमुख है. रावत पिछले हफ्ते अमेरिका गए थे और शर्मन के भारत दौरे का समापन हाल में हुआ है. अगले कुछ हफ्तों में कैबिनेट स्तर के कई दौरे होने हैं.
शुक्रवार को दोनों देशों की रक्षा नीति समूह की 16वीं बैठक हुई तथा पेंटागन ने घोषणा की है कि उसके चीफ ऑफ नेवल स्टाफ अगले हफ्ते भारत जाएंगे. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संभवत: अगले हफ्ते अमेरिका जा सकती हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर नवंबर में टू-प्लस-टू वार्ता के अगले दौर के लिए वाशिंगटन डीसी जा सकते हैं.
(पीटीआई-भाषा)