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चक्रवात 'एलोइस' के कारण मोजाम्बिक में ढाई लाख लोग प्रभावित : संयुक्त राष्ट्र

संयुक्त राष्ट्र संघ ने कहा है कि मोजाम्बिक के तटीय शहर बेरा और उसके आस-पास के इलाके में चक्रवात 'एलोइस' से करीब 2,50,000 लोग प्रभावित हुए हैं. यहां तंबुओं, आपातकालीन आश्रय, कंबल, पीने के पानी, स्वच्छता उत्पाद, फेस मास्क और खाद्य पदार्थों की काफी जरूरत है.

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Published : Jan 27, 2021, 7:21 PM IST

न्यूयॉर्क : मोजाम्बिक के तटीय शहर बेरा और उसके आस-पास के इलाके में चक्रवात 'एलोइस' से करीब 2,50,000 लोग प्रभावित हुए और 76 स्वास्थ्य केंद्र तथा 400 कक्षाएं क्षतिग्रस्त या नष्ट हुई हैं. संयुक्त राष्ट्र की एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.

अफ्रीकी देश में संयुक्त राष्ट्र की समन्वयक मैयर्टा कॉलार्ड ने विश्व निकाय के पत्रकारों को ऑनलाइन बातचीत में बताया कि यहां भीषण बाढ़ भी आई है. 'हम देख रहे हैं कि कई लोग बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकलने की कोशिश कर रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'करीब दो साल पहले चक्रवात 'इडाई' की वजह से इन्हीं इलाकों में ऐसी ही तबाही मची थी.' उन्होंने बताया कि उस दौरान सैकड़ों लोग मारे गए थे और कई घर नष्ट हो गए या बह गए थे. कॉलार्ड ने बताया कि दिसम्बर में यही इलाका चक्रवात 'चालने' से भी प्रभावित हुआ था.

सब कुछ फिर से ठीक करना जरूरी

बताया कि शनिवार को चक्रवात 'एलोइस' यहां से गुजरा. मंगलवार तक यहां इससे करीब 2,50,000 लोग प्रभावित हो चुके थे. यहां तंबुओं, आपातकालीन आश्रय, कंबल, पीने के पानी, स्वच्छता उत्पाद, फेस मास्क और खाद्य पदार्थों की काफी जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमें जितनी जल्दी हो सके, स्कूलों को भी दोबारा बनाना होगा. कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों को भी जल्द ठीक करना होगा.

यह भी पढ़ें-संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना कोष में डेढ़ लाख अमेरिकी डॉलर देगा भारत

बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान का आकलन अभी किया जा रहा है. फसल की कटाई अप्रैल में होनी है. अगर पानी वहां ठहर गया, तो उसका फसल पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.

न्यूयॉर्क : मोजाम्बिक के तटीय शहर बेरा और उसके आस-पास के इलाके में चक्रवात 'एलोइस' से करीब 2,50,000 लोग प्रभावित हुए और 76 स्वास्थ्य केंद्र तथा 400 कक्षाएं क्षतिग्रस्त या नष्ट हुई हैं. संयुक्त राष्ट्र की एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.

अफ्रीकी देश में संयुक्त राष्ट्र की समन्वयक मैयर्टा कॉलार्ड ने विश्व निकाय के पत्रकारों को ऑनलाइन बातचीत में बताया कि यहां भीषण बाढ़ भी आई है. 'हम देख रहे हैं कि कई लोग बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकलने की कोशिश कर रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'करीब दो साल पहले चक्रवात 'इडाई' की वजह से इन्हीं इलाकों में ऐसी ही तबाही मची थी.' उन्होंने बताया कि उस दौरान सैकड़ों लोग मारे गए थे और कई घर नष्ट हो गए या बह गए थे. कॉलार्ड ने बताया कि दिसम्बर में यही इलाका चक्रवात 'चालने' से भी प्रभावित हुआ था.

सब कुछ फिर से ठीक करना जरूरी

बताया कि शनिवार को चक्रवात 'एलोइस' यहां से गुजरा. मंगलवार तक यहां इससे करीब 2,50,000 लोग प्रभावित हो चुके थे. यहां तंबुओं, आपातकालीन आश्रय, कंबल, पीने के पानी, स्वच्छता उत्पाद, फेस मास्क और खाद्य पदार्थों की काफी जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमें जितनी जल्दी हो सके, स्कूलों को भी दोबारा बनाना होगा. कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों को भी जल्द ठीक करना होगा.

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बाढ़ से फसलों को हुए नुकसान का आकलन अभी किया जा रहा है. फसल की कटाई अप्रैल में होनी है. अगर पानी वहां ठहर गया, तो उसका फसल पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.

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