कोनाक्री (गिनी) : गिनी सेना के कर्नल ममादी डौम्बौया ने रविवार को राज्य टेलीविजन एयरवेव्स पर नियंत्रण कर लिया और घोषणा की कि राष्ट्रपति अल्फा कोंडे की सरकार राष्ट्रपति महल के पास भारी गोलाबारी के कुछ घंटों बाद भंग कर दी गई थी.
कॉनडे के ठिकाने का तुरंत पता नहीं चला, और कर्नल ममादी डौम्बौया ने 83 वर्षीय राष्ट्रपति का कोई उल्लेख नहीं किया, जिनकी लोकप्रियता पिछले साल तीसरे कार्यकाल की मांग के बाद से गिर गई है.
कर्नल ममादी डौम्बौया ने कहा कि राजनीतिक जीवन का निजीकरण खत्म हो गया है. हम अब किसी एक व्यक्ति को राजनीति नहीं सौंपेंगे, हम इसे लोगों को सौंपेंगे, संविधान को भी भंग कर दिया गया था और भूमि सीमाएं अब बंद कर दी गई हैं.
बता दें कि गिनी की राजधानी कोनाक्री में रविवार तड़के राष्ट्रपति भवन के पास भारी गोलीबारी हुई. चश्मदीदों ने यह दावा किया है. इस घटना ने सेना द्वारा तख्तापलट किए जाने के इतिहास के गवाह रहे इस देश में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है.
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चश्मदीदों के मुताबिक, तत्काल यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि गोलीबारी शुरू होने के समय राष्ट्रपति अल्फा कोंडे अपने आवास में मौजूद थे या नहीं.
वर्ष 2010 में सबसे पहले राष्ट्रपति चुने गए कोंडे के तीसरे कार्यकाल को लेकर पिछले कुछ समय से आलोचना की जा रही है. वहीं, कोंडे का कहना है कि उनके मामले में संवैधानिक अवधि की सीमाएं लागू नहीं होतीं. वर्ष 2011 में उस समय भी कोंडे की हत्या का प्रयास किया गया था जब विद्रोही सैनिकों ने राष्ट्रपति भवन पर गोलीबारी की थी.
(एपी)