ETV Bharat / international

New Covid Variant : दक्षिण अफ्रीका से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा सकता है यूरोपीय संघ - New Covid Variant south africa

यूरोपीय संघ के देश कोविड-19 के नए स्वरूप को फैलने से रोकने के लिए दक्षिण अफ्रीका से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाना चाहते हैं. हवाई यात्रियों के लिए कोरोना टेस्ट को भी अनिवार्य बनाया गया है. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

ban of flight etv bharat
हवाई उड़ानों पर प्रतिबंध
author img

By

Published : Nov 26, 2021, 8:37 PM IST

Updated : Nov 26, 2021, 9:34 PM IST

ब्रसेल्स : यूरोपीय संघ के देश(Eu countries) कोविड-19 के नए स्वरूप को फैलने से रोकने के लिए दक्षिण अफ्रीका(South Africa) से आने वाले हवाई यात्रियों पर रोक लगाने के लिए कदम बढ़ा रहे हैं. ये कदम ऐसे वक्त में उठाए जा रहे हैं जब 27 देशों वाले यूरोपीय संघ में संक्रमण के मामले काफी बढ़ रहे हैं.

यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वोन डेर लेयेन(Eu Commission President Ursula von der Leyen) ने एक बयान में कहा कि वह सदस्य देशों के साथ करीबी समन्वय से दक्षिणी अफ्रीका क्षेत्र से आने वाले हवाई यात्रियों को रोकने के लिए आपातकालीन रोक लगाने का प्रस्ताव देती हैं. दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस का एक नया स्वरूप सामने आया है जिसे वैज्ञानिकों ने चिंता का सबब बताया है. उनका कहना है कि देश की सबसे घनी आबादी वाले प्रांत गावतेंग में युवाओं के बीच कोरोना का नया स्वरूप तेजी से फैला है.

जर्मनी ने कहा कि वोन डेर लेयेन के प्रस्ताव को शुक्रवार रात तक लागू किया जा सकता है. देश के स्वास्थ्य मंत्री जेन्स स्पान ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका से आ रहे विमान केवल जर्मनी के नागरिकों को ला सकेंगे और यात्रियों को 14 दिन तक आइसोलेट रहना पड़ेगा. जर्मनी में हाल के दिनों में संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है और बृहस्पतिवार को मृतकों की संख्या 1,00,000 के पार चली गयी. इटली के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी हर उस व्यक्ति के देश में प्रवेश पर रोक लगाने की घोषणा की है जो पिछले 14 दिनों में सात दक्षिणी अफ्रीकी देशों क्रमश: दक्षिण अफ्रीका, लेसोतो, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, मोजाम्बिक, नामिबिया और एस्वातीनी में रहा है.

ये पढ़ें:सोलोमन द्वीप हिंसा मामला : प्रधानमंत्री सोगावरे ने कहा हिंसा के लिए बाहरी दबाव बड़ा कारक

नीदरलैंड भी ऐसे ही कदम उठाने की योजना बना रहा है. देश के स्वास्थ्य मंत्री हुगो डे जोंगे ने कहा कि इन देशों को उच्च जोखिम वाला इलाका माना गया है. इसका मतलब है कि इन देशों से आने वाले यात्रियों को आइसोलेशन में रहना पड़ेगा और दोहरी जांच करानी पड़ेगी. इजराइल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मलावी से लौटे एक यात्री में कोरोना वायरस के नये स्वरूप से संक्रमण का मामला सामने आया है. यात्री और दो अन्य संदिग्ध संक्रमितों को अलग रखा गया है. कोरोना वायरस के मामलों में चौथी बार वृद्धि होने से 27 देशों वाला यूरोपीय संघ बुरी तरह प्रभावित है और सरकार संक्रमण को फैलने से रोकने की कवायद में पाबंदियों को और सख्त बना रही है. उड़ानों पर प्रतिबंध का यह प्रस्ताव तब आया है जब ब्रिटेन ने बृहस्पतिवार को ऐसा ही कदम उठाया.

ब्रिटेन(Britain) ने घोषणा की है कि वह दक्षिण अफ्रीका और पांच अन्य दक्षिणी अफ्रीकी देशों से उड़ानों पर प्रतिबंध लगा रहा है और यह प्रतिबंध शुक्रवार दोपहर से लागू होगा. साथ ही उसने कहा कि हाल में इन देशों से लौटने वाले लोगों को कोरोना वायरस की जांच कराने को कहा जाएगा. ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद ने कहा कि ऐसी चिंताएं हैं कि नया स्वरूप डेल्टा स्वरूप के मुकाबले अधिक संक्रामक हो सकता है और हमारे पास इसके खिलाफ जो टीके अभी उपलब्ध हैं वे कम प्रभावी हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि अभी जिस नए स्वरूप बी.1.1.529 की पहचान की गयी है वह दक्षिण अफ्रीका से बोत्सवाना और हांगकांग आए यात्रियों में पाया गया है.

ये पढ़ें: ब्रिटेन के साथ विवाद में सुरंग व बंदरगाहों को अवरुद्ध करेंगे फ्रांसीसी मछुआरे

विश्व स्वास्थ्य संगठन के तकनीकी कामकाजी समूह की शुक्रवार को बैठक होनी है जिसमें वह नए स्वरूप का आकलन करेंगे और यह फैसला कर सकते हैं कि क्या इसे ग्रीक वर्णमाला से एक नाम दिया जा सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन(Who) ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामले पिछले हफ्ते यूरोप में 11 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं और यह दुनिया में इकलौता क्षेत्र है जहां कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. डब्ल्यूएचओ के यूरोप के निदेशक डॉ. हंस क्लुगे ने आगाह किया कि तत्काल उपायों के बिना इस महाद्वीप में गर्मियों तक 7,00,000 और लोगों की मौत हो सकती है.

ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए यूरोपीय संघ ने आपातकालीन तंत्र स्थापित किया है. जब किसी तीसरे देश या क्षेत्र में महामारी की स्थिति तेजी से बिगड़ती है तो सदस्य देश यूरोपीय संघ में सभी यात्रा पर तत्काल अस्थायी पाबंदी लगा सकते हैं. ऐसी पाबंदियों की कम से कम हर दो सप्ताह में समीक्षा की जानी होती है.

(पीटीआई-भाषा)

ब्रसेल्स : यूरोपीय संघ के देश(Eu countries) कोविड-19 के नए स्वरूप को फैलने से रोकने के लिए दक्षिण अफ्रीका(South Africa) से आने वाले हवाई यात्रियों पर रोक लगाने के लिए कदम बढ़ा रहे हैं. ये कदम ऐसे वक्त में उठाए जा रहे हैं जब 27 देशों वाले यूरोपीय संघ में संक्रमण के मामले काफी बढ़ रहे हैं.

यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वोन डेर लेयेन(Eu Commission President Ursula von der Leyen) ने एक बयान में कहा कि वह सदस्य देशों के साथ करीबी समन्वय से दक्षिणी अफ्रीका क्षेत्र से आने वाले हवाई यात्रियों को रोकने के लिए आपातकालीन रोक लगाने का प्रस्ताव देती हैं. दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस का एक नया स्वरूप सामने आया है जिसे वैज्ञानिकों ने चिंता का सबब बताया है. उनका कहना है कि देश की सबसे घनी आबादी वाले प्रांत गावतेंग में युवाओं के बीच कोरोना का नया स्वरूप तेजी से फैला है.

जर्मनी ने कहा कि वोन डेर लेयेन के प्रस्ताव को शुक्रवार रात तक लागू किया जा सकता है. देश के स्वास्थ्य मंत्री जेन्स स्पान ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका से आ रहे विमान केवल जर्मनी के नागरिकों को ला सकेंगे और यात्रियों को 14 दिन तक आइसोलेट रहना पड़ेगा. जर्मनी में हाल के दिनों में संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है और बृहस्पतिवार को मृतकों की संख्या 1,00,000 के पार चली गयी. इटली के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी हर उस व्यक्ति के देश में प्रवेश पर रोक लगाने की घोषणा की है जो पिछले 14 दिनों में सात दक्षिणी अफ्रीकी देशों क्रमश: दक्षिण अफ्रीका, लेसोतो, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, मोजाम्बिक, नामिबिया और एस्वातीनी में रहा है.

ये पढ़ें:सोलोमन द्वीप हिंसा मामला : प्रधानमंत्री सोगावरे ने कहा हिंसा के लिए बाहरी दबाव बड़ा कारक

नीदरलैंड भी ऐसे ही कदम उठाने की योजना बना रहा है. देश के स्वास्थ्य मंत्री हुगो डे जोंगे ने कहा कि इन देशों को उच्च जोखिम वाला इलाका माना गया है. इसका मतलब है कि इन देशों से आने वाले यात्रियों को आइसोलेशन में रहना पड़ेगा और दोहरी जांच करानी पड़ेगी. इजराइल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मलावी से लौटे एक यात्री में कोरोना वायरस के नये स्वरूप से संक्रमण का मामला सामने आया है. यात्री और दो अन्य संदिग्ध संक्रमितों को अलग रखा गया है. कोरोना वायरस के मामलों में चौथी बार वृद्धि होने से 27 देशों वाला यूरोपीय संघ बुरी तरह प्रभावित है और सरकार संक्रमण को फैलने से रोकने की कवायद में पाबंदियों को और सख्त बना रही है. उड़ानों पर प्रतिबंध का यह प्रस्ताव तब आया है जब ब्रिटेन ने बृहस्पतिवार को ऐसा ही कदम उठाया.

ब्रिटेन(Britain) ने घोषणा की है कि वह दक्षिण अफ्रीका और पांच अन्य दक्षिणी अफ्रीकी देशों से उड़ानों पर प्रतिबंध लगा रहा है और यह प्रतिबंध शुक्रवार दोपहर से लागू होगा. साथ ही उसने कहा कि हाल में इन देशों से लौटने वाले लोगों को कोरोना वायरस की जांच कराने को कहा जाएगा. ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जावेद ने कहा कि ऐसी चिंताएं हैं कि नया स्वरूप डेल्टा स्वरूप के मुकाबले अधिक संक्रामक हो सकता है और हमारे पास इसके खिलाफ जो टीके अभी उपलब्ध हैं वे कम प्रभावी हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि अभी जिस नए स्वरूप बी.1.1.529 की पहचान की गयी है वह दक्षिण अफ्रीका से बोत्सवाना और हांगकांग आए यात्रियों में पाया गया है.

ये पढ़ें: ब्रिटेन के साथ विवाद में सुरंग व बंदरगाहों को अवरुद्ध करेंगे फ्रांसीसी मछुआरे

विश्व स्वास्थ्य संगठन के तकनीकी कामकाजी समूह की शुक्रवार को बैठक होनी है जिसमें वह नए स्वरूप का आकलन करेंगे और यह फैसला कर सकते हैं कि क्या इसे ग्रीक वर्णमाला से एक नाम दिया जा सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन(Who) ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामले पिछले हफ्ते यूरोप में 11 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं और यह दुनिया में इकलौता क्षेत्र है जहां कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. डब्ल्यूएचओ के यूरोप के निदेशक डॉ. हंस क्लुगे ने आगाह किया कि तत्काल उपायों के बिना इस महाद्वीप में गर्मियों तक 7,00,000 और लोगों की मौत हो सकती है.

ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए यूरोपीय संघ ने आपातकालीन तंत्र स्थापित किया है. जब किसी तीसरे देश या क्षेत्र में महामारी की स्थिति तेजी से बिगड़ती है तो सदस्य देश यूरोपीय संघ में सभी यात्रा पर तत्काल अस्थायी पाबंदी लगा सकते हैं. ऐसी पाबंदियों की कम से कम हर दो सप्ताह में समीक्षा की जानी होती है.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Nov 26, 2021, 9:34 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.