मुंबई: अमेरिका की एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज द्वारा दिए जाने वाले एकेडमी अवॉर्ड को ऑस्कर अवॉर्ड भी कहा जाता है. फिल्म व्यवसाय से जुड़े सर्वश्रेष्ठ निर्देशकों, कलाकारों, लेखक व तकनीशियनों को यह प्रतिष्ठित अवॉर्ड दिया जाता है. बता दें कि कयास लगाए जा रहे हैं कि 2023 में अवॉर्ड की लिस्ट में इंडियन फिल्म RRR, द कश्मीर फाइल्स और गंगूबाई काठियावाड़ी, रॉकेट्री द नंबी जैसी फिल्में शामिल हो सकती हैं. ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि ऑस्कर अवॉर्ड में फिल्में कैसे भेजी जाती हैं.
बता दें कि ऑस्कर समारोह का पहला आयोजन 16 मई 1929 को आयोजित हुआ था. 94 सालों से चले आ रहे इस अवॉर्ड में साल 1957 से भारत की फिल्में ऑस्कर के लिए भेजी जा रही हैं. ऑस्कर नॉमिनेशन की रेस में इंडिया की 4 फिल्में हैं. वहीं, प्रोसेस की बात करें तो फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया देश के सभी फिल्म एसोसिएशन को चयन के लिए अपनी ओर से फिल्म भेजने के लिए इन्विटेशन भेजता है. फिल्म एसोसिएशन द्वारा भेजी गई फिल्मों को जूरी मेंबर्स देखते हैं और सितंबर के अंत में फिल्मों की ऑफिशियल घोषणा होती है. इसके बाद भेजी गई सभी फिल्मों की स्क्रीनिंग करते हैं और किसी एक फिल्म का चुनाव करते हैं.
सबसे बड़ी बात है कि एंट्री में आईं फिल्मों में सिर्फ फेमस फिल्में ही नहीं बल्कि क्षेत्रीय फिल्में भी शामिल होती हैं. दरअसल, यह बहुत ही आसान प्रोसेस होता है, जिसमें घोषणा के बाद एकेडमी में शामिल सभी मेंबर्स के लिए कैटेगरी खोल दी जाती है, जिसमें से वे सभी मेंबर्स हर कैटेगरी के लिए विनर का चुनाव करते हैं. ऑस्कर की तैयारी सितंबर से ही शुरू हो जाती है.
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