न्यूयॉर्क: संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना मोहम्मद ने एक प्रतिष्ठित अमेरिकी विश्वविद्यालय में अपने संबोधन में बॉलीवुड फिल्मों के लिए बड़ी बात कही. इस दौरान उन्होंने कहा कि 'दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में हॉलीवुड में नहीं बल्कि बॉलीवुड में बनती है.' उन्होंने रविवार को टफ्ट्स यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन के छात्रों को दिए अपने संबोधन में भारत की फिल्म इंडस्ट्री के संदर्भ में यह बात कही. उन्होंने कहा, 'अगर मैं आपसे पूछती हूं कि दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में कहां बनती हैं तो आपका क्या जवाब होगा? मैं आपको जिम्मेदार नहीं ठहराती अगर आपके दिमाग में हॉलीवुड आता है तो'.
अमीना ने कहा कि 'यह गलत है और हॉलीवुड दूसरे स्थान पर भी नहीं आता है. पहला भारत में बॉलीवुड है और दूसरा नाइजीरिया में नॉलीवुड है.' उन्होंने 2023 की स्नातक कक्षा के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, 'अगर मैं आपसे पूछती हूं कि किस देश में संसद में सबसे अधिक महिलाएं हैं? तो जवाब स्वीडन नहीं है. सही जवाब रवांडा है और उसके बाद क्यूबा है.' उन्होंने कहा, 'अगर 2020 में आपसे पूछा गया होता कि हम एक साल के भीतर कहां सबसे बड़ा संघर्ष छिड़ते देखेंगे तो आपमें से कितनों ने यूरोप कहा होता?.'
संयुक्त राष्ट्र की उप नेता अमीना मोहम्मद ने कहा कि 'यह बताने का मतलब यह नहीं है कि दुनिया के बारे में जो कुछ भी आपने सोचा था वह गलत है, बल्कि यह कहना है कि आज की दुनिया आपकी सोच से कहीं अधिक जटिल, बहुआयामी, संपन्न और दिलचस्प है.' उन्होंने ग्लोबल साउथ से उभर रहे रचनात्मक उद्योगों को पहचानने की आवश्यकता पर जोर दिया जिनके कलाकार, फिल्म निर्माता और सांस्कृतिक अग्रदूत न केवल अपनी अर्थव्यवस्थाओं में काफी योगदान दे रहे हैं बल्कि सीमाओं को तोड़ रहे हैं और अपने क्षेत्रों की धारणाओं को बदल रहे हैं.
इस बीच बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार की वेबसाइट निवेश मित्र पर उपलब्ध सूचना के अनुसार, दुनियाभर में बनायी जाने वाली फिल्मों के संबंध में भारतीय फिल्म उद्योग सबसे बड़ा है. भारत 20 से अधिक भाषाओं में हर साल 1,500-2,000 फिल्में बनाता है. भारतीय फिल्म उद्योग में बंगाली, मराठी, मलयालम, तेलुगू और तमिल भाषाओं समेत देशभर का सिनेमा शामिल है. (पीटीआई भाषा)
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