मुंबई : बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी की आगामी कोर्ट रूम ड्रामा फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' को लीगल नोटिस मिला है. यह नोटिस संत आसाराम बापू की ओर भेजा गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, आसाराम ने अपने चैरिटेबल ट्रस्ट के जरिए फिल्म मेकर्स को लीगल नोटिस भेजा है.
फिल्म के ट्रेलर के डिस्क्लेमर में कहा गया है, 'सिर्फ एक बंदा काफी है' वास्तविक जीवन की घटनाओं से प्रेरित है. मनोज बाजपेयी स्टारर फिल्म के राइटर दीपक किंगरानी हैं. यह एक हाई कोर्ट के वकील की कहानी है, जिसने अकेले ही POCSO एक्ट के तहत एक नाबालिग रेप पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए उसका केस लड़ा था.
एक मीडिया इंटरव्यू में फिल्म के प्रोड्यूसर आसिफ शेख ने कहा है, 'हां, हमें नोटिस मिला है. इस मामले में आगे क्या करना है, यह हमारे वकील सुनिश्चित करेंगे. हमने पीसी सोलांकी पर एक बायोपिक बनाई है, जिसके लिए मैंने उनसे चर्चा करके उनके अधिकार (राइट्स) खरीदे थे. वे जो सोच सकते हैं सोचें. हम उनकी सोच को हम रोक नहीं सकते, केवल फिल्म ही सच बता पाएगी, जब वह सामने आएगी.'
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रिपोर्ट के मुताबिक, आसाराम ने कोर्ट से मांग की है कि वे फिल्म के प्रमोशन और रिलीज पर रोक लगाए. आसाराम बापू के वकीलों ने इस फिल्म को लेकर दावा किया कि फिल्म उनके क्लाइंट के प्रति अत्यधिक आपत्तिजनक और मान-हानिकारक है. यह उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल कर सकता है. साथ ही उनके अनुयायियों की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है.
अपूर्व सिंह कार्की ने 'सिर्फ एक बंदा काफी है' का निर्देशन किया है. यह फिल्म 23 मई को ZEE5 पर रिलीज होने के लिए तैयार है. मनोज 13 मई को स्पेशल स्क्रीनिंग में शामिल होंगे.
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