तिरुवनंतपुरम: किसी ने सही कहा है कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती और इसके लिए जब चाहें और जहां चाहें शुरू कर सकते हैं और इस बात को किसी और ने नहीं बल्कि राष्ट्रीय और राज्य पुरस्कार विजेता मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेता इंद्रान्स ने सही साबित किया और सच कर दिखाया है. अभिनेता को चौथी कक्षा के बाद आए फाइनेंनशियल समस्याओं और बाधाओं के कारण स्कूल छोड़ना पड़ा था, जिसके चलते उनकी पढ़ाई पूरी नहीं हो सकी थी. ऐसे में अब एक्टर ने फिर से पढ़ाई शुरू करने का संकल्प लिया है और इसके लिए वह खुद को अगले साल दसवीं कक्षा की परीक्षा में बैठने के लिए तैयार कर रहे हैं.
बता दें कि 400 से अधिक फिल्मों में अभिनय करने वाले 67 वर्षीय अभिनेता अब स्कूल में कक्षाओं में भाग लेने के लिए वापस आ गए हैं. इंद्रान्स को अत्यधिक गरीबी के कारण कक्षा 4 के बाद स्कूल छोड़ना पड़ा था, जिस वजह से उनकी शिक्षा अधूरी रह गई थी. 1981 में अपनी सिलाई की दुकान में काम करते हुए और प्रोडक्शन हाउस के लिए वेशभूषा बनाते हुए, वह 'सेल्युलाइड' में आ गए और 1994 में लोकप्रियता हासिल की. इसके बाद वह इंडस्ट्री में एक लोकप्रिय हस्ती बन गए. वहीं, राज्य और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतकर वह लगातार मजबूत होते जा रहे हैं.
अभिनेता का कहना है कि अनपढ़ होना अंधा होने के समान है और अब उन्होंने कहा कि वह दुनिया को देखना चाहते हैं और इसलिए उन्होंने पढ़ाई पर वापस करने का फैसला किया है. दसवीं कक्षा की परीक्षा पास करने के के साथ इंद्रान्स अब यहां अपने घर के पास एक सरकारी स्कूल में आयोजित रविवार की कक्षाओं में भाग लेते हैं.वह अगले साल परीक्षा पास करके बेहतर अंक पाने की उम्मीद कर रहे हैं.