कोटा. शहर की बेटी नंदिनी गुप्ता ने मिस इंडिया का ताज पहना है. ताज पहनने के बाद पहली बार अपने नगर कोटा में आईंं. ग्रहनगर पहुंचने के बाद नंदिनी गुप्ता सबसे पहले सर्किट हाउस स्थित गणेश मंदिर पहुंचीं. यहां पर उन्होंने भगवान गणेश को धोक लगाई और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया. नयापुरा चौराहे से लेकर उनके रामपुरा पुरानी सब्जी मंडी के पास स्थित उनके निवास तक बाकायदा जुलूस निकाला गया. उन्हें एक ओपेन रूफटॉप गाड़ी में खड़ा किया गया था. यह जुलूस एक रोड शो जैसा था. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बॉलीवुड में मुझे जाने का मौका मिलेगा तो मैं जरूर जाऊंगी.
ये भी पढ़ेंः Miss India 2023 Nandini Gupta: मिस इंडिया नंदिनी गुप्ता को कितना जानते हैं आप?, एक क्लिक में यहां जानें सबकुछ
कई कार्यक्रमों में की शिरकतः उनका अभिनंदन करने वाले लोग सेल्फी और उनकी तस्वीरें खींचने में व्यस्त रहें. इसके साथ ही उन्होंने करीब आधा दर्जन से ज्यादा आयोजनों में शिरकत की. हर जगह पर उनका अभिनंदन कोटा वासियों ने किया. नंदिनी गुप्ता अपने पिता सुमित गुप्ता, मां रेखा गुप्ता और छोटी बहन अनन्या के साथ माला रोड स्थित ट्रस्ट के स्कूल में भी पहुंचीं. जहां पर उनके टीचर ने उनका अभिनंदन किया. पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल और पूर्व बीजेपी जिला अध्यक्ष हेमंत विजयवर्गीय ने भी उनका अभिनंदन किया. इसके बाद उन्होंने जवाहर नगर स्थित सभागार में कोचिंग इंस्टीट्यूट में कोचिंग छात्राओं से संवाद किया. बुधवार को मिस इंडिया नंदिनी गुप्ता सांगोद इलाके के भांडाहेड़ा गांव जाएंगी.
ये भी पढ़ेंः मिस इंडिया नंदिनी गुप्ता को है ट्रैक्टर चलाने का शौक, लहसुन की सब्जी और रामभाजी का उठाती हैं लुत्फ
मैं पूरे देश के किसानों की बेटी हूंः नंदिनी गुप्ता ने कार्यक्रमों के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है. अपने क्षेत्र में अपने ही लोग स्वागत कर रहे हैं. मुझे कोटा में इतना प्यार और सम्मान मिल रहा है. धूप में भी लोग मेरा इंतजार कर रहे हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं कोटा की बेटी तो हूं ही, साथ ही मेरे पिता खेती किसानी भी करते हैं. ऐसे में मैं देश भर के सभी किसानों की बेटी भी हूं. हिंदुस्तान की कई बेटियों की प्रेरणा बन गई है? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझसे जो सीखना चाहतीं हैं, तो सीख सकती हैं. मैं भी सभी से सीखना चाहतीं हूं. नंदिनी गुप्ता ने कोटा की कोचिंग स्टूडेंट्स के लिए कहा कि गिरते हैं तो हमेशा उठिए, क्योंकि गिरने बाद ही हम उठेंगे, तब आप खुद देखेंगे कि हम कितना बदल रहे हैं.