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जीटीबी अस्पताल परिसर में एंबुलेंस के अंदर सब इंस्पेक्टर ने फांसी लगाकर दी जान

दिल्ली पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर ने गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल के परिसर में कैट्स एंबुलेंस के अंदर फांसी लगाकर जान दे दी. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौप दिया गया है और मामवे की आगे जांच कर रही है.

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Published : Feb 14, 2021, 2:48 AM IST

Sub-inspector hanged himself inside an ambulance in GTB hospital
जीटीबी अस्पताल शव गृह

नई दिल्लीः राजधानी में दिल्ली पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर ने गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल के परिसर में कैट्स एंबुलेंस के अंदर फांसी लगाकर जान दे दी. बताया जा रहा है कि मृतक पुलिसकर्मी मानसिक रूप से बीमार थे. इलाज के लिए उन्हें अस्पताल लाया गया था, जहां उन्होंने एंबुलेंस में ही पर्दे और स्प्रिंग की तार से फांसी लगा ली. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर शव को परिजनों को सौंप दिया है.

एंबुलेंस के अंदर सब इंस्पेक्टर ने फांसी लगाकर दी जान

पुलिस के मुताबिक मृतक की पहचान राजवीर सिंह के तौर पर हुई है. वह मूलरूप से हरियाणा के महेंद्र गढ़ के रहने वाले थे. वह दिल्ली में द्वारका में सपरिवार रहते थे. परिवार में माता-पिता, पत्नी, एक बेटा व एक बेटी है. वह दिल्ली पुलिस में एसआई के पद पर थे और साउथ जिला में तैनात थे.

डॉक्टरों ने भर्ती करने से किया मना

राजवीर कुछ दिनों से छुट्टी पर थे. शुक्रवार को भी वह ड्यूटी पर नहीं गए थे. राजवीर मानसिक रूप से बीमार चल रहे थे. शुक्रवार दोपहर उन्होंने अपने घर से कैट्स एंबुलेंस को कॉल की. एंबुलेंस राजवीर को लेकर डीडीयू अस्पताल गई, यहां डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया. इसके बाद वह दूसरी एंबुलेंस से इहबास अस्पताल पहुंचे, यहां भी डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती नहीं किया. इसके बाद एंबुलेंस उन्हें लेकर जीटीबी अस्पताल पहुंची. जहां उन्होंने एंबुलेंस में ही फांसी लगा ली.

ये भी पढ़ें:-मालिक की प्रताड़ना से तंग युवक ने लगा ली फांसी

हालांकि राजवीर सिंह के रिश्तेदार उनके मानसिक रूप से बीमार होने से इंकार कर रहें है. राजवीर सिंह के बहनोई रतन सिंह का कहना है कि उनका प्रमोशन होने वाला था और वह बहुत खुश थे . रतन सिंह का ये भी कहना है कि राजवीर काफी लंबे चौड़े थे, ऐसे में वह एंबुलेंस में फंदा लगाकर कैसे आत्महत्या कर सकते है. बहरहाल बोर्ड गठन कर शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौप दिया गया है . पुलिस का कहना है मामले की जांच की जा रही है .

नई दिल्लीः राजधानी में दिल्ली पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर ने गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल के परिसर में कैट्स एंबुलेंस के अंदर फांसी लगाकर जान दे दी. बताया जा रहा है कि मृतक पुलिसकर्मी मानसिक रूप से बीमार थे. इलाज के लिए उन्हें अस्पताल लाया गया था, जहां उन्होंने एंबुलेंस में ही पर्दे और स्प्रिंग की तार से फांसी लगा ली. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर शव को परिजनों को सौंप दिया है.

एंबुलेंस के अंदर सब इंस्पेक्टर ने फांसी लगाकर दी जान

पुलिस के मुताबिक मृतक की पहचान राजवीर सिंह के तौर पर हुई है. वह मूलरूप से हरियाणा के महेंद्र गढ़ के रहने वाले थे. वह दिल्ली में द्वारका में सपरिवार रहते थे. परिवार में माता-पिता, पत्नी, एक बेटा व एक बेटी है. वह दिल्ली पुलिस में एसआई के पद पर थे और साउथ जिला में तैनात थे.

डॉक्टरों ने भर्ती करने से किया मना

राजवीर कुछ दिनों से छुट्टी पर थे. शुक्रवार को भी वह ड्यूटी पर नहीं गए थे. राजवीर मानसिक रूप से बीमार चल रहे थे. शुक्रवार दोपहर उन्होंने अपने घर से कैट्स एंबुलेंस को कॉल की. एंबुलेंस राजवीर को लेकर डीडीयू अस्पताल गई, यहां डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया. इसके बाद वह दूसरी एंबुलेंस से इहबास अस्पताल पहुंचे, यहां भी डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती नहीं किया. इसके बाद एंबुलेंस उन्हें लेकर जीटीबी अस्पताल पहुंची. जहां उन्होंने एंबुलेंस में ही फांसी लगा ली.

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हालांकि राजवीर सिंह के रिश्तेदार उनके मानसिक रूप से बीमार होने से इंकार कर रहें है. राजवीर सिंह के बहनोई रतन सिंह का कहना है कि उनका प्रमोशन होने वाला था और वह बहुत खुश थे . रतन सिंह का ये भी कहना है कि राजवीर काफी लंबे चौड़े थे, ऐसे में वह एंबुलेंस में फंदा लगाकर कैसे आत्महत्या कर सकते है. बहरहाल बोर्ड गठन कर शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौप दिया गया है . पुलिस का कहना है मामले की जांच की जा रही है .

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