नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में इन दिनों कोरोना महामारी के दौरान रेमेडेसीवर इंजेक्शन की कालाबाजारी बढ़ गई है. इसी बीच साउथ दिल्ली नारकोटिक्स टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए रेमेडेसीवर इंजेक्शन के साथ एक आरोपी को अरेस्ट किया है.
इसके साथ ही आरोपी के कब्जे से दो रेमेडेसीवर इंजेक्शन बरामद किए हैं. गिरफ्तार आरोपी की पहचान जितेश के रूप में की गई है. आरोपी दिल्ली के राज गार्डन इलाके का रहने वाला बताया जा रहा है. साउथ दिल्ली के डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि कोरोना महामारी लगातार लोग जीवन रक्षक दवाओं की कालाबाजारी कर रहे हैं.
इन्हें गिरफ्तार करने के लिए एसीपी विजेंदर बिधूड़ी ने नारकोटिक्स इंस्पेक्टर सत्यवीर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया. जिसमें एसआई अजीत एसआई गौरव हेड कॉन्स्टेबल सतीश राजीव कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र अशोक और सतीश को शामिल किया गया. टीम को इसी बीच गुप्त सूचना मिली, जिसमें बताया गया कि एक व्यक्ति रेमेडेसीवर इंजेक्शन बेचने के लिए युसूफ सराय इलाके में आने वाला है.
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गुप्त सूचना के आधार पर नारकोटिक्स टीम ने युसूफ सराय अरविंदो मार्ग रोड पर एक जाल बिछाया. इसी दौरान टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. जांच करने पर उसके कब्जे से दो इंजेक्शन बरामद किए. पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी में काम करता है.
हाल ही में एक पूर्ण महामारी के दौरान उसकी नौकरी चली गई. उसने इंजेक्शन सप्लाई करने के लिए दो इंजेक्शन खरीदें. उसने यह इंजेक्शन 25 हजार रुपये में खरीदे थे और वह इन्हें 35 हजार यानी दो इंजेक्शन को ₹70000 में बेचने वाला था. लेकिन नारकोटिक्स टीम ने आरोपी को अरेस्ट कर लिया है और खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
साथ ही पुलिस उससे जुड़ें अन्य लोगों का पता लगाने का प्रयास कर रही है.