नई दिल्ली: वेस्ट डिस्ट्रिक्ट साइबर सेल और इंद्रपुरी थाने की ज्वांइट टीम ने अंतरराष्टीय ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया है. गिरोह के सदस्य लोगों को लालच में फंसाकर लाखों की ठगी को अंजाम देते थे.
सीनियर सिटीजन ने दर्ज कराई थी शिकायत
दरअसल, इंद्रपुरी पुलिस थाने में एक सीनियर सिटीजन ने शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें उन्होंने बताया कि 3 नवंबर 2020 को अंतरराष्ट्रीय व्हाट्सएप नंबर से मैसेज आया था. इसमें यह बताया गया कि शिकायतकर्ता की अमेरिका में रहने वाली बहन को वह जानता है.
दरअसल, शिकायतकर्ता बहन से काफी दिनों से टच में नहीं था. इसी बात का भरोसा जताकर आरोपी ने धीरे-धीरे पीड़ित का विश्वास हासिल कर लिया. इसके बाद बहन द्वारा पैसे की मदद मांगे जाने की बात का भरोसा जता, अपने अकाउंट में 60 लाख रुपये जमा करवा लिए.
इसके लिए उसने इंडियन अकाउंट बुजुर्ग को दिया. बाद में आरोपी ने पहचान बताकर बुजुर्ग से 50 लाख रुपये और मांगे. साथ ही बुजुर्ग को धमकी दी कि अमेरिका में उसकी बहन को किडनैप कर लिया है. अगर पैसे नही दिए, तो उसे मार देगा.
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शक होने पर बहन से किया संपर्क
पैसे जमा कराने के बाद जब बुजुर्ग को शक हुआ, तो उन्होंने बहन से संपर्क. तब पता चला कि उनकी बहन ने, तो कभी पैसे की मदद मांगी ही नहीं. थाने से आरोपी के बारे में नहीं पता चल पाने पर मामले को साइबर सेल को सौंप दिया गया. इसके बाद सब इंस्पेक्टर अमित की अगुवाई और साइबर सेल के इंस्पेक्टर की निगरानी में जांच शुरू हुई.
पता चला लोगों को विदेश से फोन करने की बात का भरोसा जताने के लिए voip नंबर का इस्तेमाल किया गया था. जब आरोपी द्वारा दिए गए अकाउंट का पता किया गया, तो उसमें एक करोड़ रुपये से अधिक की रकम जमा थी. जांच में ये बात सामने आई कि कुछ पैसे हैदराबाद के रहने वाले अफरोज के अकाउंट में जमा हुए हैं.
टीम ने हैदराबाद पहुंचकर अफरोज को गिरफ्तार किया. उसने बताया कि उसे तो 5 लाख रुपये मिले हैं, जबकि बाकी की रकम यासीर के पास है.
दुबई में है एक अन्य साथी
टीम इंद्रपुरी पुलिस के साथ मिलकर दूसरे आरोपी अली यासीर तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में इन्होंने बताया कि उनका एक साथी दुबई में है. उसका नाम इमरान है. टीम छानबीन में जुटी है.