नई दिल्लीः ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले एक गैंग का क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गैंग के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बिहार के नालंदा से ऑपरेट कर रहे इस गैंग ने अभी तक 100 से ज्यादा लोगों के साथ ठगी की है. इस गैंग के लोग ऑक्सीजन सिलेंडर देने के नाम पर ठगी करते थे. गैंग का सरगना छोटू चौधरी फिलहाल फरार है. इस गैंग के बैंक खाते में एक करोड़ से ज्यादा रुपये का ट्रांजेक्शन मिला है.
बैंक खाते से गैंग तक जा पहुंची पुलिस
क्राइम ब्रांच के एसीपी संदीप लांबा की देखरेख में इंस्पेक्टर विवेकानंद झा की टीम ने ठगी में हुई पेमेंट को लेकर जांच की. इससे पता चला कि मुंबई के यूको बैंक में रुखसाना खातून के खाते में ठगी की रकम गई है. वहां से मिले महत्वपूर्ण सुराग से क्राइम ब्रांच को पता चला कि बिहार के नालंदा से यह गैंग ऑपरेट कर रहा है. इस जानकारी पर पुलिस टीम ने नालंदा से मिथलेश को गिरफ्तार किया. उसकी निशानदेही पर दीपक, श्रवण और पंकज को गिरफ्तार किया गया. इनसे पता चला कि उनके गैंग का सरगना छोटू चौधरी है. आरोपियों के पास से 22 सिम कार्ड, 23 एटीएम कार्ड, लैपटॉप, 21 मोबाइल, आधार कार्ड, पासबुक आदि बरामद हुए.
200 से ज्यादा लोग गैंग में शामिल
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि बिहार के नालंदा निवासी छोटू चौधरी के लिए वह काम करते हैं. वह बीते लगभग तीन साल से साइबर ठगी कर रहे हैं और अब तक इससे काफी प्रॉपर्टी बना चुके हैं. ठगी के इस कारोबार को संभालने के लिए, उन्होंने इलाके में 200 से ज्यादा लोगों को अपने साथ जोड़ रखा है. वह कभी फ्रेंडशिप के नाम पर, तो कभी फ्लिपकार्ट से गिफ्ट के नाम पर लोगों के साथ ठगी करते हैं. महामारी के समय में छोटू चौधरी को लगा कि ऑक्सीजन सिलेंडर, कंसंट्रेटर और दवाइयों की डिमांड लोगों के बीच बढ़ रही है. इसके जरिये उसने अपने साथियों के साथ मिलकर ठगी शुरू कर दी. उसके तीन बैंक खातों में 1.30 करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन मिले हैं.
जानिए किसे मिली थी क्या भूमिका
आरोपियों ने बैंक खाता 25,000 रुपये के मासिक किराए पर ले रखा था. यह काम दीपक संभालता था. आरोपी मिथिलेश एटीएम से रुपए निकालने का काम करता था. इसके लिए उसे दो फ़ीसदी कमीशन मिलता था. वह इस रकम को पंकज के माध्यम से दीपक को भेजता था. दीपक को प्रत्येक सप्ताह 4,500 रुपये दीपक देता था. पेटीएम लिंक के जरिए पुलिस ने काफी ऐसे लोगों की पहचान की है, जिनके साथ इन लोगों ने ठगी की है.