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बेरोजगारों से नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले 4 लोग गिरफ्तार - दिल्ली पुलिस

दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है, जो नौकरी के नाम पर लोगों को ठगता है. पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है.

4 people arrested for cheating on the name of job
बेरोजगारों से नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले 4 लोग गिरफ्तार
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Published : Mar 18, 2021, 10:49 PM IST

नई दिल्ली : सरकारी नौकरी के नाम पर युवाओं से ठगी करने वाले एक गैंग के चार सदस्यों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी 50 से ज्यादा लोगों से लगभग 1.25 करोड़ रुपये की ठगी कर चुके थे. वह भारतीय रेलवे एवं बैंक में नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे.


अतिरिक्त आयुक्त शिबेश सिंह के अनुसार, क्राइम ब्रांच को एक शिकायत मिली थी, जिसमें बताया गया कि जॉब देने के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही है. इस शिकायत पर बीते 2 जनवरी को एफआईआर दर्ज की गई थी. मामले की जांच एसीपी राजेश कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर लोकेंद्र चौहान की टीम ने शुरू की.

पुलिस ने पीड़ितों के पास मौजूद नियुक्ति पत्र और बैंक ट्रांजैक्शन की रिसिप्ट को लेकर छानबीन की. टेक्निकल सर्विलांस की मदद से दिल्ली पुलिस ने लखनऊ, मोहाली, रतलाम जगहों पर छापेमारी कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनकी पहचान मुदस्सीर हबीब, सौरभ कुमार शुक्ला, संदीप सूद और अशोक कुमार के रूप में की गई है.


बैंक और रेलवे में नौकरी का झांसा

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी का गुनाह कबूल किया है. उन्होंने पुलिस को बताया कि वह बैंक और रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे. आरोपी अशोक ने मोहाली में कोचिंग सेंटर खोल रखा था. इसके अलावा उसने हिमाचल प्रदेश में भी कुछ समय पहले एक कोचिंग सेंटर खोला था. उसके अन्य साथी नौकरी की चाहत रखने वाले लोगों को अशोक कुमार के पास भेजते थे. इस दौरान वह उन्हें सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देते थे.


झांसे के लिए लेते थे साक्षात्कार


सौरव कुमार शुक्ला और संदीप सूद युवाओं को नौकरी के लिए दिल्ली, पटना एवं अन्य जगहों पर बुलाते थे. उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया जाता था. वह धीरे-धीरे अपने शिकार से रुपए लेते थे ताकि उन्हें शक न हो. पुलिस को जांच में पता चला है कि आरोपियों के खाते में लगभग 50 लोगों से सवा करोड़ रुपए आए हैं. पुलिस ने फिलहाल इनके पास से तीन लैपटॉप, एक कलर प्रिंटर, रबर स्टाम्प, मोबाइल फोन आदि बरामद किए हैं.


ऐसे ठगी को देते थे अंजाम


गिरफ्तार किया गया आरोपी संदीप सूद मोहाली का रहने वाला है. वह गोल्डन आर्किड प्लेसमेंट सर्विस के नाम से लोगों की नौकरी लगवाने का काम करता है. वह मुख्य साजिशकर्ता है. नवंबर 2020 में उसे जयपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था. दूसरा आरोपी अशोक राजस्थान का रहने वाला है. फिलहाल वह मोहाली में रहता है. तीसरा आरोपी मुदस्सीर हबीब लखनऊ का रहने वाला है. वह लोगों को अपने जाल में फंसाता था कि नौकरी के नाम पर उनसे ठगी कर सके. चौथा आरोपी सौरभ शुक्ला गोरखपुर के कुशीनगर का रहने वाला है. उसने बीटेक कर रखा है. वह प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है और इसके माध्यम से लोगों से ठगी करता था.

नई दिल्ली : सरकारी नौकरी के नाम पर युवाओं से ठगी करने वाले एक गैंग के चार सदस्यों को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी 50 से ज्यादा लोगों से लगभग 1.25 करोड़ रुपये की ठगी कर चुके थे. वह भारतीय रेलवे एवं बैंक में नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे.


अतिरिक्त आयुक्त शिबेश सिंह के अनुसार, क्राइम ब्रांच को एक शिकायत मिली थी, जिसमें बताया गया कि जॉब देने के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही है. इस शिकायत पर बीते 2 जनवरी को एफआईआर दर्ज की गई थी. मामले की जांच एसीपी राजेश कुमार की देखरेख में इंस्पेक्टर लोकेंद्र चौहान की टीम ने शुरू की.

पुलिस ने पीड़ितों के पास मौजूद नियुक्ति पत्र और बैंक ट्रांजैक्शन की रिसिप्ट को लेकर छानबीन की. टेक्निकल सर्विलांस की मदद से दिल्ली पुलिस ने लखनऊ, मोहाली, रतलाम जगहों पर छापेमारी कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. इनकी पहचान मुदस्सीर हबीब, सौरभ कुमार शुक्ला, संदीप सूद और अशोक कुमार के रूप में की गई है.


बैंक और रेलवे में नौकरी का झांसा

पूछताछ के दौरान आरोपियों ने नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी का गुनाह कबूल किया है. उन्होंने पुलिस को बताया कि वह बैंक और रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे. आरोपी अशोक ने मोहाली में कोचिंग सेंटर खोल रखा था. इसके अलावा उसने हिमाचल प्रदेश में भी कुछ समय पहले एक कोचिंग सेंटर खोला था. उसके अन्य साथी नौकरी की चाहत रखने वाले लोगों को अशोक कुमार के पास भेजते थे. इस दौरान वह उन्हें सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देते थे.


झांसे के लिए लेते थे साक्षात्कार


सौरव कुमार शुक्ला और संदीप सूद युवाओं को नौकरी के लिए दिल्ली, पटना एवं अन्य जगहों पर बुलाते थे. उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया जाता था. वह धीरे-धीरे अपने शिकार से रुपए लेते थे ताकि उन्हें शक न हो. पुलिस को जांच में पता चला है कि आरोपियों के खाते में लगभग 50 लोगों से सवा करोड़ रुपए आए हैं. पुलिस ने फिलहाल इनके पास से तीन लैपटॉप, एक कलर प्रिंटर, रबर स्टाम्प, मोबाइल फोन आदि बरामद किए हैं.


ऐसे ठगी को देते थे अंजाम


गिरफ्तार किया गया आरोपी संदीप सूद मोहाली का रहने वाला है. वह गोल्डन आर्किड प्लेसमेंट सर्विस के नाम से लोगों की नौकरी लगवाने का काम करता है. वह मुख्य साजिशकर्ता है. नवंबर 2020 में उसे जयपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था. दूसरा आरोपी अशोक राजस्थान का रहने वाला है. फिलहाल वह मोहाली में रहता है. तीसरा आरोपी मुदस्सीर हबीब लखनऊ का रहने वाला है. वह लोगों को अपने जाल में फंसाता था कि नौकरी के नाम पर उनसे ठगी कर सके. चौथा आरोपी सौरभ शुक्ला गोरखपुर के कुशीनगर का रहने वाला है. उसने बीटेक कर रखा है. वह प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है और इसके माध्यम से लोगों से ठगी करता था.

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