नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर जनपद में तीनो प्राधिकरण नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना विकास प्राधिकरण ने अपने क्षेत्र में जो भी विकास के लिए परियोजना लाई हैं, वह सभी अर्बन इंडिया को रिप्रेजेंट करती है, इन सारे विकास कार्यों में रूरल इंडिया कहीं पीछे छूट गया है. अर्बन इंडिया और रूरल इंडिया के बीच समन्वय स्थापित करने के लिये यमुना एक्सप्रेस इंडस्ट्रियल विकास प्राधिकरण (यीडा) ने यमुना एक्सप्रेस वे से लगे ग्रामीण इलाकों में ऐतिहासिक सांस्कृतिक और ग्रामीण विरासत संरक्षण के लिए एक योजना बनाई है जिसके तहत नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के 30 किलोमीटर के दायरे में पढ़ने वाले ऐतिहासिक सांस्कृतिक और ग्रामीण विरासत का संरक्षण किया जाएगा.
जल्द इस मामले में एक डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार किया जाएगा. यमुना प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा. यहां से पास कराने के बाद इस पर काम शुरू जल्द कर दिया (Yamuna Authority to promote rural tourism) जाएगा. प्रदेश के संस्कृति विभाग ने रूरल हेरिटेज पर काम करने वाली एक संस्था से एक एएमयू साइन किया है. यीडा के सीईओ अरुणवीर सिंह कहना है कि हमारे लिए भी यह अवसर बना है.
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इस अवसर को देखते हुए हमने एक प्रेजेंटेशन तैयार किया जिसमें हमारे जो गांव नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के 30 किलोमीटर के दायरे में आते है, वहां की सांस्कृतिक, धार्मिक विरासत है वह संगीत, लोक नृत्य, खान-पान इसे इस तरह से विकसित किया जाएगा कि लोग इसे देखने को उत्सुक हो उठें. एयरपोर्ट के निर्माण के साथ-साथ इसे भी विकसित करने का काम चलता रहेगा. पूरा क्षेत्र ग्रामीण पर्यटन के लिए जाना जाएगा. यहां लोग घूमने के लिए आ सकेंगे (Yamuna Authority to promote rural tourism) और ग्रामीण परिवेश की जानकारी ले सकेंगे. इससे क्षेत्र के लोगों को रोजगार भी मिलेगा.
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प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि यमुना प्राधिकरण कार्यालय में दो दिन पहले इंडियन ट्रस्ट फॉर रूरल हेरिटेज ने एक प्रेजेंटेशन दिया है, जिसमें एयरपोर्ट के 30 किमी के दायरे में आने वाले सभी धार्मिक और सांस्कृतिक इमारतों के संरक्षण के लिए योजना पेश की गई है. इसके माध्यम से स्मारकों का जीर्णोद्धार किया जा सकेगा. यहीं नहीं दायरे में आने वाले वेटलैंड, तालाब, पेड़-पौधे, मंदिर, जल, गीत, संगीत आदि का भी संरक्षण होगा. अरुणवीर सिंह ने बताया कि अभी इस योजना को बोर्ड में रखा जाएगा और इस कांसेप्ट को अप्रूव करा कर इसकी डिटेल बनाने के लिए कंपनी का चयन किया जाएगा कंसलटेंट नियुक्त किया जाएगा.
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