नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक-3 थाने की पुलिस टीम ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है. जो नकली नोट बाजार में चलाने का काम कर रहा था. पुलिस ने उससे गहनता से पूछताछ की तो अपने उस साथी का भी नाम बताया. जिसके द्वारा नकली नोट छापने का काम किया जाता था. पूछताछ में सामने आया कि यूट्यूब से नकली नोट छापने का तरीका सीखकर इन युवकों ने नकली नोट छापकर कमाई शुरू कर दी.
आरोपी कम पढ़े और बुजुर्ग दुकानदारों के यहां नकली नोट चलाने का काम करते थे. पुलिस ने इनके कब्जे से नकली नोट छापने की मशीन, लैपटॉप और 1400 रुपए फेक करेंगी बरामद की है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया है.
पुलिस ने आरोपी त्रिवेन्द्र पुत्र लक्ष्मी प्रसाद मूल निवासी ग्राम शहवाजपुर दौलत, थाना खुर्जा देहात, जनपद बुलन्दशहर को वर्तमान पता तुस्याना, थाना इकोटेक-3 को हबीबपुर से नकली नोट चलाते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया.
जबकि उसका साथी विकास सिंह पुत्र मुकेश कुमार निवासी मूल पता बालाजीपुरम औरंगाबाद, नियर आरवीएस गार्डेन, थाना हाइवे मथुरा, वर्तमान पता ग्राम छलेरा, सेक्टर-44, थाना सेक्टर-39 को नकली नोट बनाते हुए ग्राम छलेरा से गिरफ्तार किया है.
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डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि अभियुक्त विकास गाड़ी चलाने का काम करता था. गाड़ी खराब होने के कारण बेरोजगार हो जाने पर अभियुक्त ने यू-ट्यूब पर नकली नोट बनाने का विडियो देखकर नकली नोट बनाने लगा. दूसरा आरोपी त्रिवेन्द्र नकली नोट भोले-भाले, बुजुर्ग व अनपढ़ ठेले वालों से 10-20 रुपए का सामान लेकर चलाता था.