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नोएडाः जेवर एयरपोर्ट के पास बनेगा ट्रांसपोर्ट हब और ट्रांसपोर्ट नगर, पार्किंग की समस्या से मिलेगी निजात

यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Industrial Development Authority) ने नगरीकरण, औद्योगिकरण के साथ पार्किंग की समस्‍या को भी ध्‍यान में रखकर विकास योजनाओं को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है. यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह (CEO of Yamuna Authority Arun Veer Singh) ने बताया कि ट्रांसपोर्ट हब और ट्रांसपोर्ट नगर की डीपीआर एर्नस्ट एंड यंग कंपनी से बनवाएगा.

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Published : Oct 6, 2022, 10:29 PM IST

नई दिल्ली/नोएडाः देश के बड़े-बड़े शहरों ने तेजी से ढांचागत विकास किया है. सभी शहरों में बढ़ती आबादी के साथ पार्किंग की समस्‍या भी तेजी बढ़ी है. ऐसे में यहां नागरिकों और प्रबंधक संस्‍थाओं को खासा समस्‍याओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में इन नगरीय विकास में हुई गलतियों से सीख लेते हुए यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Industrial Development Authority) ने नगरीकरण, औद्योगिकरण के साथ पार्किंग की समस्‍या को भी ध्‍यान में रखकर विकास योजनाओं को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है. इसके लिए प्राधिकरण ने दो ट्रांसपोर्ट हब और एक ट्रांसपोर्ट नगर विकसित करने का निर्णय लिया है.

यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह (CEO of Yamuna Authority Arun Veer Singh) ने बताया कि ट्रांसपोर्ट हब और ट्रांसपोर्ट नगर की डीपीआर एर्नस्ट एंड यंग कंपनी से बनवाएगा. इन योजनाओं के लिए प्राधिकरण जमीन भूमि अधिग्रहण की तैयारियां कर रहा है. इसका प्रस्ताव जल्द प्राधिकरण जिला प्रशासन को भेजागा. प्राधिकरण प्रयास करेगा कि यदि किसान सीधे जमीन देने को तैयार होंगे तो किसानों से सीधे जमीन ली जाएगी.

यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह
फिल्‍म सिटी के पास 72 हेक्‍टेयर में बनेगा ट्रांसपोर्ट हबः यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ ने बताया कि पार्किंग के लिए सेक्‍टर-21 में प्रस्‍तावित फिल्‍म सिटी के पास ट्रांसपोर्ट हब विकसित करेगा. फिल्‍म सिटी बनने के बाद यहां तेजी से वाहनों का आवागमन होगा. फिल्‍म की शूटिंग शुरू होने पर यहां पर बड़ी संख्‍या में कई तरह की गतिविधियां बढ़ेंगी. ऐसे में कई तरह के छोटे-बड़े वाहन और गाड़ियां फिल्‍म यूनिट के साथ होती है. ऐसे में उनके पर्याप्‍त ठहराव के लिए स्‍थाई और आधुनिक पार्किंग की आवश्‍यकता होती है. इसी बात को ध्‍यान में रखते हुए प्राधिकरण ने फिल्‍म सिटी के पास 72 हेक्‍टेयर में ट्रांसपोर्ट हब विकसित करने का फैसला किया.
सेक्‍टर-33 में 25 हेक्‍टेयर में भी बनेगा ट्रांसपोर्ट हबः यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के द्वारा सेक्टर 33 में 25 हेक्टेयर में ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया जाएगा. यहां पर प्राधिकरण ट्रक, लॉजिस्टिक सहित सभी प्रकार के वाहनों के खड़ा होने की सुविधा मुहैया कराएगा. प्राधिकरण की मंशा है कि औद्योगिक क्षेत्र में किसी भी औद्योगिक इकाई के बाहर किसी भी तरह का भारी अथवा हल्का वाहन खड़ा न हो, जिससे सड़क पर आने जाने वाले अन्‍य वाहन चालकों तथा स्‍थानीय लोगों को परेशानी न हो.
सेक्‍टर-23 में विकसित किया जाएगा ट्रांसपोर्ट नगरः प्राधिकरण की सेक्टर-23 सी में 660 एकड़ में ट्रांसपोर्ट नगर विकसित करने की योजना है. इसमें इंटर स्टेट बस टर्मिनल अर्थात आईएसबीटी बनाने का भी प्रस्ताव है. इसमें बड़े वाहनों के ठहरने के लिए पार्किंग और ट्रांसपोर्ट कंपनियों के लिए उचित स्‍थान दिया जाएगा. ट्रांसपोर्ट हब और ट्रांसपोर्ट नगर में कुछ ऐसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी, जो दोनों स्‍थानों पर होंगी. गाड़ियों को बनाने के लिए गैराज और मैकेनिक की जरूरत होगी. उनके लिए जगह दी जाएगी. ट्रांसपोर्ट कंपनियों के कार्यालय भी होंगे. यहां से वह अपनी गतिविधियों को कर सकेंगे. वहां पर सड़क, लाइट, सीवर लाइन, पानी जैसी सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी.

नई दिल्ली/नोएडाः देश के बड़े-बड़े शहरों ने तेजी से ढांचागत विकास किया है. सभी शहरों में बढ़ती आबादी के साथ पार्किंग की समस्‍या भी तेजी बढ़ी है. ऐसे में यहां नागरिकों और प्रबंधक संस्‍थाओं को खासा समस्‍याओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में इन नगरीय विकास में हुई गलतियों से सीख लेते हुए यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Industrial Development Authority) ने नगरीकरण, औद्योगिकरण के साथ पार्किंग की समस्‍या को भी ध्‍यान में रखकर विकास योजनाओं को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है. इसके लिए प्राधिकरण ने दो ट्रांसपोर्ट हब और एक ट्रांसपोर्ट नगर विकसित करने का निर्णय लिया है.

यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह (CEO of Yamuna Authority Arun Veer Singh) ने बताया कि ट्रांसपोर्ट हब और ट्रांसपोर्ट नगर की डीपीआर एर्नस्ट एंड यंग कंपनी से बनवाएगा. इन योजनाओं के लिए प्राधिकरण जमीन भूमि अधिग्रहण की तैयारियां कर रहा है. इसका प्रस्ताव जल्द प्राधिकरण जिला प्रशासन को भेजागा. प्राधिकरण प्रयास करेगा कि यदि किसान सीधे जमीन देने को तैयार होंगे तो किसानों से सीधे जमीन ली जाएगी.

यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुण वीर सिंह
फिल्‍म सिटी के पास 72 हेक्‍टेयर में बनेगा ट्रांसपोर्ट हबः यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ ने बताया कि पार्किंग के लिए सेक्‍टर-21 में प्रस्‍तावित फिल्‍म सिटी के पास ट्रांसपोर्ट हब विकसित करेगा. फिल्‍म सिटी बनने के बाद यहां तेजी से वाहनों का आवागमन होगा. फिल्‍म की शूटिंग शुरू होने पर यहां पर बड़ी संख्‍या में कई तरह की गतिविधियां बढ़ेंगी. ऐसे में कई तरह के छोटे-बड़े वाहन और गाड़ियां फिल्‍म यूनिट के साथ होती है. ऐसे में उनके पर्याप्‍त ठहराव के लिए स्‍थाई और आधुनिक पार्किंग की आवश्‍यकता होती है. इसी बात को ध्‍यान में रखते हुए प्राधिकरण ने फिल्‍म सिटी के पास 72 हेक्‍टेयर में ट्रांसपोर्ट हब विकसित करने का फैसला किया.
सेक्‍टर-33 में 25 हेक्‍टेयर में भी बनेगा ट्रांसपोर्ट हबः यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के द्वारा सेक्टर 33 में 25 हेक्टेयर में ट्रांसपोर्ट हब विकसित किया जाएगा. यहां पर प्राधिकरण ट्रक, लॉजिस्टिक सहित सभी प्रकार के वाहनों के खड़ा होने की सुविधा मुहैया कराएगा. प्राधिकरण की मंशा है कि औद्योगिक क्षेत्र में किसी भी औद्योगिक इकाई के बाहर किसी भी तरह का भारी अथवा हल्का वाहन खड़ा न हो, जिससे सड़क पर आने जाने वाले अन्‍य वाहन चालकों तथा स्‍थानीय लोगों को परेशानी न हो.
सेक्‍टर-23 में विकसित किया जाएगा ट्रांसपोर्ट नगरः प्राधिकरण की सेक्टर-23 सी में 660 एकड़ में ट्रांसपोर्ट नगर विकसित करने की योजना है. इसमें इंटर स्टेट बस टर्मिनल अर्थात आईएसबीटी बनाने का भी प्रस्ताव है. इसमें बड़े वाहनों के ठहरने के लिए पार्किंग और ट्रांसपोर्ट कंपनियों के लिए उचित स्‍थान दिया जाएगा. ट्रांसपोर्ट हब और ट्रांसपोर्ट नगर में कुछ ऐसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी, जो दोनों स्‍थानों पर होंगी. गाड़ियों को बनाने के लिए गैराज और मैकेनिक की जरूरत होगी. उनके लिए जगह दी जाएगी. ट्रांसपोर्ट कंपनियों के कार्यालय भी होंगे. यहां से वह अपनी गतिविधियों को कर सकेंगे. वहां पर सड़क, लाइट, सीवर लाइन, पानी जैसी सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी.
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