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बाइक बोट घोटाले में कंपनी के तीन एडिशनल डायरेक्टर गिरफ्तार, अब तक 46 FIR दर्ज

आरोपी बीते दो महीने से पुलिस से बच रहे थे. अब तक इस मामले में 46 केस दर्ज हो चुके हैं. वहीं घोटाले की जांच SIT कर रही है.

बाइक बोट घोटाले में तीन एडिशनल डायरेक्टर गिरफ्तार
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Published : Aug 6, 2019, 2:44 AM IST

Updated : Aug 6, 2019, 2:44 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: बाइक बोट घोटाला मामले में आरोपी कंपनी के तीन एडिशनल डायरेक्टर पुलिस की गिरफ्त में है. इन्हें तीन थानों की पुलिस ने मिलकर गिरफ्तार किया है, ये आरोपी बीते दो महीने से पुलिस से बच रहे थे. अब तक इस बाइक बोट घोटाला मामले में 46 केस दर्ज हो चुके हैं. वहीं घोटाले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है.

बाइक बोट घोटाले में तीन एडिशनल डायरेक्टर गिरफ्तार

बाइक बोट घोटाला मामले में आरोपी कंपनी के तीन एडिशनल डायरेक्टर्स को तीन थानों की पुलिस ने मिलकर गिरफ्तार किया है.

अब तक 46 मामले दर्ज

पुलिस की गिरफ्त में खड़े हरीश कुमार, राजेश सिंह यादव और विशाल कुमार गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड कम्पनी के एडिशनल डायरेक्टर और बाइक बोट घोटाला मामले में आरोपी हैं, आरोप है कि इन्होंने हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी की थी. इस मामले में अब तक कुल 46 मुकदमे दर्ज किए गए हैं.

SIT कर रही है मामले की जांच

दो महीने पहले मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया था. उन्होंने बताया कि जानकारी के आधार पर थाना फेज-2, थाना फेज-3 और सूरजपुर थाने की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर कंपनी के तीन एडिशनल डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया है.


एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त हरीश कुमार ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह पूर्व में आर्मी में हवलदार के पद पर नियुक्त था. अप्रैल-2017 में रिटायर होने के बाद अगस्त-2017 से गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के साथ काम कर रहा था.

राजेश सिंह यादव पूर्व में आयुर्वेदिक मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन का काम करता था. वहीं विशाल गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर प्राइवेट लिमिटेड में 2017 से काम कर रहा है. वो पूर्व में आयुर्वेदिक कम्पनी आईएमसी में मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन का काम करता था. वो कम्पनी में एडिशनल डायरेक्टर के पद पर भी काम कर चुका है. तीनों को लाखों रुपए कमीशन के साथ SUV गाड़ियां भी मिली हुई थीं.

बाइक बोट स्कैम में एसआईटी की जांच से कई हजार करोड़ की ठगी का खुलासा हुआ है. इस मामले में अब तक 05 अभियुक्तों को जेल भेजा गया है. इसमें घोटाले का मुख्य आरोपी संजय भाटी भी शामिल है. एसआईटी ने अब तक 08 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की है. इसमें एक अभियुक्त ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया है.

12 आरोपियों की अब भी तलाश

इस मामले में अभी 12 आरोपी वांछित हैं, जिनकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है. इस प्रकरण में अब तक 18 बैंक खाते फ्रीज कराए गये हैं. जिसमें अलग-अलग कम्पनियों और लोगों से करीब 3 से 4 हजार करोड़ का ट्रान्जेक्शन किया गया है.

जांच कर रही टीम ने अब तक 35 लग्जरी कारें बरामद की हैं. इन कारों की अनुमानित कीमत करीब 8.25 करोड़ रुपये है. इसके अलावा 104 दोपहिया वाहन बरामद किए गए हैं, जिनका कीमत करीब 50 लाख रूपये है.

नई दिल्ली/नोएडा: बाइक बोट घोटाला मामले में आरोपी कंपनी के तीन एडिशनल डायरेक्टर पुलिस की गिरफ्त में है. इन्हें तीन थानों की पुलिस ने मिलकर गिरफ्तार किया है, ये आरोपी बीते दो महीने से पुलिस से बच रहे थे. अब तक इस बाइक बोट घोटाला मामले में 46 केस दर्ज हो चुके हैं. वहीं घोटाले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है.

बाइक बोट घोटाले में तीन एडिशनल डायरेक्टर गिरफ्तार

बाइक बोट घोटाला मामले में आरोपी कंपनी के तीन एडिशनल डायरेक्टर्स को तीन थानों की पुलिस ने मिलकर गिरफ्तार किया है.

अब तक 46 मामले दर्ज

पुलिस की गिरफ्त में खड़े हरीश कुमार, राजेश सिंह यादव और विशाल कुमार गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड कम्पनी के एडिशनल डायरेक्टर और बाइक बोट घोटाला मामले में आरोपी हैं, आरोप है कि इन्होंने हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी की थी. इस मामले में अब तक कुल 46 मुकदमे दर्ज किए गए हैं.

SIT कर रही है मामले की जांच

दो महीने पहले मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया था. उन्होंने बताया कि जानकारी के आधार पर थाना फेज-2, थाना फेज-3 और सूरजपुर थाने की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर कंपनी के तीन एडिशनल डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया है.


एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त हरीश कुमार ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह पूर्व में आर्मी में हवलदार के पद पर नियुक्त था. अप्रैल-2017 में रिटायर होने के बाद अगस्त-2017 से गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के साथ काम कर रहा था.

राजेश सिंह यादव पूर्व में आयुर्वेदिक मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन का काम करता था. वहीं विशाल गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर प्राइवेट लिमिटेड में 2017 से काम कर रहा है. वो पूर्व में आयुर्वेदिक कम्पनी आईएमसी में मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन का काम करता था. वो कम्पनी में एडिशनल डायरेक्टर के पद पर भी काम कर चुका है. तीनों को लाखों रुपए कमीशन के साथ SUV गाड़ियां भी मिली हुई थीं.

बाइक बोट स्कैम में एसआईटी की जांच से कई हजार करोड़ की ठगी का खुलासा हुआ है. इस मामले में अब तक 05 अभियुक्तों को जेल भेजा गया है. इसमें घोटाले का मुख्य आरोपी संजय भाटी भी शामिल है. एसआईटी ने अब तक 08 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की है. इसमें एक अभियुक्त ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया है.

12 आरोपियों की अब भी तलाश

इस मामले में अभी 12 आरोपी वांछित हैं, जिनकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है. इस प्रकरण में अब तक 18 बैंक खाते फ्रीज कराए गये हैं. जिसमें अलग-अलग कम्पनियों और लोगों से करीब 3 से 4 हजार करोड़ का ट्रान्जेक्शन किया गया है.

जांच कर रही टीम ने अब तक 35 लग्जरी कारें बरामद की हैं. इन कारों की अनुमानित कीमत करीब 8.25 करोड़ रुपये है. इसके अलावा 104 दोपहिया वाहन बरामद किए गए हैं, जिनका कीमत करीब 50 लाख रूपये है.

Intro:नोएडा- गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड नामक कम्पनी के बाइक बोट घोटाला मामले में आरोपी कंपनी के तीन एडिशनल डायरेक्टर को तीन थानों की पुलिस ने मिलकर गिरफ्तार किया है। यह आरोपी बीते दो माह से पुलिस से बच रहा था। इसे पकड़ने में थाना फेज-दो, फेज-तीन और सूरजपुर थाने की पुलिस शामिल रही। इस कंपनी के खिलाफ अब तक 46 मामले दर्ज किए हैं और इस घोटाले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।

Body:पुलिस की गिरफ्त में खड़े हरीश कुमार, राजेश सिंह यादव और विशाल कुमार गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड नामक कम्पनी के एडिशनल डायरेक्टर और बाइक बोट घोटाला मामले में आरोपी है इसमें हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी की गई थी। इस मामले में अब तक कुल 46 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। दो माह पहले इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर थाना फेज-2, थाना फेज-3 और सूरजपुर थाने की पुलिस ने संयुक्त कार्यवाई कर कंपनी के तीन एडिशनल डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया है।

बाइट –वैभव कृष्ण (एसएसपी जीबीएन)

एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त हरीश कुमार ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह पूर्व में आर्मी में हवलदार के पद पर नियुक्त था। अप्रैल-2017 में रिटायर होने के बाद अगस्त-2017 से गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के साथ कार्य कर रहा है। राजेश सिंह यादव पूर्व में आयुर्वेदिक मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन का कार्य करता था। वर्ष 2017 से गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर प्राइवेट लिमिटेड में कार्य कर रहा है। विशाल पूर्व में आयुर्वेदिक कम्पनी आईएमसी में मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन का कार्य करता था। वर्ष-2017 से गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड में कार्य कर रहा है। वह कम्पनी में एडिशनल डायरेक्टर के पद पर भी कार्यरत रहा है। तीनों को लाखो रुपए कमीशन के साथ एसयूवी गाड़िया मिली हुई थी।
Conclusion:
बाइक बोट स्कैम में एसआईटी की जांच से कई हजार करोड़ की ठगी का होना पाया गया है। इस मामले में अब तक 05 अभियुक्तों को जेल भेजा गया है। इसमें घोटाले का मुख्य आरोपी संजय भाटी भी शामिल है। एसआईटी ने अब तक 08 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की है। इसमें एक अभियुक्त ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया गया है। इस मामले में अभी 12 आरोपी वांछित हैं, जिनकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। इस प्रकरण में अब तक 18 बैंक खाते फ्रीज कराए गये हैं। जिसमें विभिन्न कम्पनियों व व्यक्तियों से लगभग 3 से 4 हजार करोड़ का ट्रान्जेक्शन किया गया है। जांच कर रही टीम ने अब तक 35 चार पहिया लग्जरी कारें बरामद की गई हैं। इन कारों की अनुमानित मूल्य लगभग 8.25 करोड़ रुपये है। इसके अलावा 104 दोपहिया वाहन बरामद किए गए हैं, जिनका मूल्य लगभग 50 लाख रूपये आंका गया है।
Last Updated : Aug 6, 2019, 2:44 PM IST
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