नई दिल्ली/नोएडा: बाइक बोट घोटाला मामले में आरोपी कंपनी के तीन एडिशनल डायरेक्टर पुलिस की गिरफ्त में है. इन्हें तीन थानों की पुलिस ने मिलकर गिरफ्तार किया है, ये आरोपी बीते दो महीने से पुलिस से बच रहे थे. अब तक इस बाइक बोट घोटाला मामले में 46 केस दर्ज हो चुके हैं. वहीं घोटाले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है.
बाइक बोट घोटाला मामले में आरोपी कंपनी के तीन एडिशनल डायरेक्टर्स को तीन थानों की पुलिस ने मिलकर गिरफ्तार किया है.
अब तक 46 मामले दर्ज
पुलिस की गिरफ्त में खड़े हरीश कुमार, राजेश सिंह यादव और विशाल कुमार गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड कम्पनी के एडिशनल डायरेक्टर और बाइक बोट घोटाला मामले में आरोपी हैं, आरोप है कि इन्होंने हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी की थी. इस मामले में अब तक कुल 46 मुकदमे दर्ज किए गए हैं.
SIT कर रही है मामले की जांच
दो महीने पहले मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया था. उन्होंने बताया कि जानकारी के आधार पर थाना फेज-2, थाना फेज-3 और सूरजपुर थाने की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर कंपनी के तीन एडिशनल डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया है.
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त हरीश कुमार ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह पूर्व में आर्मी में हवलदार के पद पर नियुक्त था. अप्रैल-2017 में रिटायर होने के बाद अगस्त-2017 से गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के साथ काम कर रहा था.
राजेश सिंह यादव पूर्व में आयुर्वेदिक मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन का काम करता था. वहीं विशाल गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर प्राइवेट लिमिटेड में 2017 से काम कर रहा है. वो पूर्व में आयुर्वेदिक कम्पनी आईएमसी में मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन का काम करता था. वो कम्पनी में एडिशनल डायरेक्टर के पद पर भी काम कर चुका है. तीनों को लाखों रुपए कमीशन के साथ SUV गाड़ियां भी मिली हुई थीं.
बाइक बोट स्कैम में एसआईटी की जांच से कई हजार करोड़ की ठगी का खुलासा हुआ है. इस मामले में अब तक 05 अभियुक्तों को जेल भेजा गया है. इसमें घोटाले का मुख्य आरोपी संजय भाटी भी शामिल है. एसआईटी ने अब तक 08 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की है. इसमें एक अभियुक्त ने कोर्ट में आत्मसमर्पण किया है.
12 आरोपियों की अब भी तलाश
इस मामले में अभी 12 आरोपी वांछित हैं, जिनकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है. इस प्रकरण में अब तक 18 बैंक खाते फ्रीज कराए गये हैं. जिसमें अलग-अलग कम्पनियों और लोगों से करीब 3 से 4 हजार करोड़ का ट्रान्जेक्शन किया गया है.
जांच कर रही टीम ने अब तक 35 लग्जरी कारें बरामद की हैं. इन कारों की अनुमानित कीमत करीब 8.25 करोड़ रुपये है. इसके अलावा 104 दोपहिया वाहन बरामद किए गए हैं, जिनका कीमत करीब 50 लाख रूपये है.