नई दिल्ली/नोएडा: 23 मई को घोषित होने वाले चुनाव परिणाम गौतमबुद्ध नगर के कई बड़े नेताओं का भविष्य तय करेंगे. बीजेपी और गठबंधन दोनों पर चुनावी नतीजों का असर पड़ेगा.
एक तरफ चुनावी परिणाम एसपी-बीएसपी और आरएलडी के गठबंधन की राह तय करेंगे. वहीं बीजेपी के नए नेताओं की एंट्री से कुछ विधायकों की बेचैनी बढ़ेगी.
हालांकि लोकसभा चुनावों के नतीजे तय कर देंगे कि जिले की राजनीति में 2022 के विधानसभा चुनाव की तस्वीर कैसे होगी. चुनाव परिणाम कुछ भी रहे बीजेपी के मौजूदा विधायक अगले 3 साल तक प्रदर्शन बेहतर करने की कोशिश में जुट जाएंगे. विधायकों का प्रदर्शन ही 2022 में टिकट की प्रबल दावेदारी तय करेगा.
लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा का संग्राम
बहुजन समाज पार्टी के बड़े नेताओं का कहना है की बसपा प्रत्याशी संदीप नागर के जीतने के बाद गौतम बुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र के पांचों विधानसभा सीट पर बसपा का दबदबा होगा तो वहीं समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि ये गठबंधन से 2019 लोकसभा चुनाव के लिए था इसका 2022 विधानसभा चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
वहीं बीजेपी की बेचैनी ज्यादा बढ़ सकती है इसकी वजह ये है कि गौतम बुद्ध नगर लोकसभा चुनाव की पांचों विधानसभा क्षेत्र में विधायक बीजेपी के ही हैं.
हाल ही में 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान अन्य राजनीतिक दल के कई बड़े नेताओं ने बीजेपी ज्वाइन की है. ऐसे में वो भी 2022 विधानसभा चुनाव के लिए टिकट की दावेदारी कर सकते हैं.