नई दिल्ली/नोएडा: तेज धूप फिर अचानक बारिश और बारिश के बाद उमस ये परिवर्तन बीमारियों के कारण हैं, जिसे देखते हुए डॉक्टर का कहना है कि बच्चों के गार्जियन को चाहिए कि बच्चों पर विशेष नजर रखें. उन्हें सूती कपड़े पहनाए ना कि नायलॉन या सिंथेटिक के कपड़े. बच्चे घर से बाहर जाए तो शरीर में नारियल तेल या कैलामीन दवा लगाकर बाहर जाने दें. खुले में अगर बच्चे खेल रहे हो तो उन्हें पूरी बांह के कपड़े पहनायें, ताकि किसी प्रकार के कीड़े मकोड़े उन्हें न काटे.
बदलते मौसम में बच्चों की देखरेख किस तरह से मां-बाप करें इसके संबंध में ईटीवी भारत से बातचीत में गौतमबुद्ध नगर जिला अस्पताल के ईएमओ डॉ अभिषेक दुबे ने बताया कि बच्चों को घर में वेंटीलेशन वाले कमरों में ही रखें. उन्हें प्रयोग करने वाले साबुन के इस्तेमाल से बचाएं. उनमें जरा सी भी किसी बीमारी के लक्षण दिखे तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें.
बरसात के मौसम में बच्चों को भीगने से बचाने का भी प्रयास करें. साथ ही बच्चे जहां भी खेलने जा रहे उन्हें अपनी निगरानी में ही रखें, ताकि किसी गलत स्थान पर या गंदगी के स्थान पर वह ना जा सकें जिसके चलते उन्हें किसी बीमारी के कीटाणु आसपास न आ सकें. घर में बच्चों को मच्छरदानी में ही सुलाने का प्रयास करें.
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