नई दिल्ली/नोएडा: कोविड-19 महामारी को लेकर गौतम बुध नगर जिले में धारा 144 लगाने के साथ ही आंशिक कर्फ्यू लगाया गया है. जिसके चलते ना ही दुकानदार अपनी दुकानें खोल पा रहे हैं और ना ही दुकानों पर कोई ग्राहक आ रहा है.
सबसे बुरा हाल अगर देखा जाए तो उस स्थान का है, जहां हजारों लोगों की प्रतिदिन भीड़ हुआ करती थी, पर आज ना ही रोजगार है और ना ही लोग हैं. वह है नोएडा का मीनी कनॉट प्लेस कहां जाने वाला सेक्टर 18. जहां दर्जनों एटीएम, बैंक, रेस्टोरेंट, बार, ज्वेलरी शॉप सहित अन्य दुकानें हैं. पर सभी पर सिर्फ ताले ही ताले दिखाई दे रहे हैं. वहां काम करने वालों का कहना है कि ऐसा हाल पहली बार देखने को मिला है कि इतना सन्नाटा सेक्टर 38 में पसरा हुआ है.
कोविड-19 के चलते मिनी कनॉट प्लेस में पसरा सन्नाटा
कोरोना महामारी देखा जाए तो लोगों को बीमारी के रूप में जहां एक बड़ी समस्या बनकर सामने आई है. वहीं इस महामारी ने लोगों के रोजगार को भी प्रभावित कर के रख दिया है. कोरोना महामारी के चलते प्रशासन द्वारा धारा 144 लागू की गई है, साथ ही आंशिक कर्फ्यू भी लगाए गए हैं. जिसके चलते ना ही दुकाने खुल रही है और ना ही लोगों को आमदनी हो रही है. जिसका जीता जागता उदाहरण नोएडा के सेक्टर 18 में देखने को मिला, जिसे मिनी कनॉट प्लेस भी कहा जाता है, कि हर तरफ सन्नाटा ही पसरा हुआ है.
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जिन सड़कों और दुकानों में प्रतिदिन सैकड़ों लोगों की भीड़ हुआ करती थी, वहीं आज के समय में वहां पर परिंदे भी दिखाई नहीं दे रहे हैं. जबकि सेक्टर 18 के अंदर लगभग 45 बैंक, 35 एटीएम, 25 रेस्टोरेंट्स और कैफै के साथ ही 37 ज्वेलरी के शॉप हैं. वही इन दुकानों में काम करने वाले करीब 15000 कर्मचारी भी शामिल है, जो आज के समय में कोई भी नहीं आ रहा है.
बिजनेस पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा
सेक्टर 18 के एक रेस्टोरेंट में डिलीवरी ब्वॉय का काम करने वाले कर्मचारी लालू का कहना है कि वह करीब 10 साल से ऊपर हो गया सेक्टर 18 में काम करते हुए पर इस तरह से हालात, सन्नाटा और दुकानें बंद उसने कभी नहीं देखा था.
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उसका कहना है कि दुकानों के बंद होने के चलते ग्राहकों की संख्या में काफी कमी आई है. ऑनलाइन ग्राहक बहुत अधिक नहीं मिल रहे हैं, जो मिल रहे हैं उन्हीं को ही सामान दे पा रहे हैं सभी बिजनेस पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है.
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