नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना के साथ शाहबेरी वायर्स की शुक्रवार को मीटिंग रखी गई थी. इस मीटिंग के बाद शाहबेरी वायर्स ने बाहर आकर ईटीवी भारत के सामने अपनी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि मीटिंग में नतीजा यह निकला कि बायर्स गलत हैं.
'अब अनिश्चितकालीन धरना होगा'
शाहबेरी संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि अब धरना भूख हड़ताल और अनिश्चितकालीन धरने में बदलेगा. शाहबेरी संघर्ष समिति के अध्यक्ष मुकुल त्यागी ने ईटीवी भारत को बताया कि यह मीटिंग बिना नतीजे के खत्म हो गए, क्योंकि बिल्डिंग टूटेगी तो बायर्स का क्या होगा?
बायर्स समिति ने बताया कि सेफ्टी ऑडिट की बात मीटिंग में हमने की थी और उसके लिए तैयार भी हैं लेकिन सेफ्टी ऑडिट कि क्या तय सीमा होगी और सेफ्टी समिति में शाहबेरी बायर्स को रखा जाएगा या नहीं, इन सभी सवालों का कोई जवाब हमें नहीं दिया गया है.
मीटिंग से बायर्स समिति संतुष्ट नहीं
बायर्स ने कहा कि मंत्री बायर्स में गलती निकाल रहे हैं और बिल्डर पर अथॉरिटी केस कर रही है. उन्होंने कहा कि मीटिंग में कहा गया है कि जो भी कमजोर बिल्डिंग होगा उसे तोड़ा जाएगा, ऐसे में बायर्स को क्या मिलेगा? इस सवाल का भी मीटिंग से हमें कोई जवाब नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह हुआ कि हम टूटे हुए घर की भी EMI भरते रहेंगे, क्योंकि बिल्डिंग के लिए जो लोन हम सब ने लिया है, उसका EMI हमें 20 साल तक भरना है.
बता दें कि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में शाहबेरी बायर्स के साथ जिले के प्रभारी मंत्री और आबकारी मंत्री जयवीर सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, गौतमबुद्ध नगर सांसद डॉ महेश शर्मा विधायक धीरेंद्र सिंह और विधायक तेजपाल नागर मौजूद रहे थे.