नई दिल्ली/नोएडा: क्रांतिकारी मनुवादी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नोटा के जनक आरके भारद्वाज ने दो महीने की राष्ट्रव्यापी मिशन नोटा की यात्रा खत्म होने पर नोएडा में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाया और उनकी जाति का जिक्र भी किया.
कॉन्फ्रेंस नोएडा के सेक्टर-29 गंगा शॉपिंग कॉम्लेक्स में बने नोएडा मीडिया क्लब में हुई. इस दौरान उन्होंने कई प्रमुख मांगें रखी. ईवीएम मशीन में प्रत्याशियों के नाम के साथ पार्टी सिंबल को हटाने की मांग की और 'नोटा को जीतने' के प्रावधान की बात की ताकि हारे हुए सारे प्रत्याशी 10 साल तक चुनाव न लड़ सकें. साथ ही आगामी दिल्ली, हरियाणा और पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी से प्रत्याशी उतारने की बात कही.
PM मोदी पर लगाए गंभीर आरोप
भारद्वाज ने कहा कि बेईमानी, तानाशाही और प्रशासन का दुरुपयोग कर पीएम मोदी ने उनका नामांकन वाराणसी लोकसभा सीट से रद्द करवाया है. उन्होंने दावा किया है कि पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की तर्ज पर वाराणसी में चुनाव रद्द होने चाहिए. इसके साथ ही नामांकन रद्द होने के खिलाफ उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही इस पर फैसला उनके पक्ष में आएगा.
'पूर्व CM अखिलेश से फोन पर हुई बात'
आर.के भारद्वाज ने दावा किया है कि वाराणसी से पर्चा भरते वक्त उनकी पूर्व सीएम अखिलेश यादव से फोन पर बात हुई थी. उनके मुताबिक सपा और कांग्रेस दोनों उन्हें समर्थन देने को तैयार थे, जिससे पीएम मोदी डर गए और उनका नामांकन रद्द करवा दिया.