नई दिल्ली: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सेनेटाइज करने के दावे पर सेक्टरों के आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने सवाल खड़े किए हैं. उनका दावा है कि प्राधिकरण के दावे गलत हैं सेक्टरों में एक या दो बार ही सेनेटाइज किया गया है.
'एक बार होता सेनेटाइज का काम'
कोरोना वायरस की बीमारी से बचने के लिए सोसाइयटियों में साफ-सफाई और सेनेटाइज कराया जा रहा है. प्राधिकरण द्वारा एक प्रेस रिलीज जारी की गई है जिसमें ग्रेटर नोएडा के सभी सेक्टरों में रोजाना 20 से 25 बार सैनिजाइजेशन का काम कराया जा रहा है. इस दावों पर सेक्टरों के सभी आरडब्ल्यूए के अध्यक्षों व महासचिवों ने प्राधिकरण के दावों को निराधार बताया है. ग्रेटर नोएडा की सभी सोसायटियों में सेनेटाइज करने का काम कर रहे है लेकिन रोजाना एक बार ही करते है.
'प्राधिकरण के दावे निकले गलत'
आरडब्ल्यूए के सभी अध्यक्षों व पदाधारियों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के उस दावे को खारिज कर दिया कि प्राधिकरण ने 20 से 25 बार सेक्टरों को सेनेटाइज किया है. प्राधिकरण द्वारा प्रेस रिलीज में 20 से 25 बार सेनेटाइज करने की बात बताई गई थी. इस रिलीज को ग्रेटर नोएडा के एक एक्टिव सिटीजन के ग्रुप पर वायरल की गई, जिस के बाद ग्रुप में जुड़े सभी आरडब्ल्यूए के अध्यक्षों ने नाराजगी जाहिर की कि प्राधिरकरण के ये दावा गलत है.