नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा एनसीआर की बहुचर्चित बहुमंजिला इमारत twin-towers के ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया आज तीसरे दिन भी लगातार जारी रहा, ध्वस्तीकरण का काम फिलहाल सुबह से शाम तक चल रहा है, वहीं जल्द ही बताया जा रहा है कि रात में भी काम शुरू होगा, क्योंकि तीन महीने के अंदर इमारत को ध्वस्त करने का काम करना है. फिलहाल मजदूरों द्वारा बहुमंजिला ट्विन टॉवर की सभी दीवारों को तोड़ने का काम किया जा रहा है. कंपनी द्वारा दीवारों को तोड़ने का काम ढाई सौ से अधिक मजदूरों को लगाकर युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. वहीं सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में देखा जाए तो कंपनी द्वारा अभी फिलहाल मजदूरों को लेकर किसी प्रकार की कोई सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम नहीं किए गए.
नोएडा के सेक्टर 93a स्थित ट्विन टावर को गिराने का काम फिलहाल दिन में चल रहा है, जो सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक का है. मजदूरों से बातचीत की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि कंपनी द्वारा जल्द ही पर्याप्त लाइट की व्यवस्था करने का काम किया जा रहा है, जिसके सहारे रात में भी दीवारों को तोड़ने के साथ ही अन्य काम किए जाएंगे. वहीं जहां अभी करीब ढाई सौ मजदूर बिहार और झारखंड के वहां पर काम कर रहे हैं. वहीं रात में काम शुरू होने के बाद और मजदूरों के आने की संभावना जताई जा रही है. ट्विन टावर के गिराने के काम में रात को काम शुरू होने पर जल्द प्रक्रिया पूरी हो जाएगी, जिसकी उम्मीद लगाई जा रही है. फिलहाल कंपनी के इंजीनियर और सुपरटेक के कर्मचारी की निगरानी में काम किया जा रहा है.
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एमरॉल्ड कोर्ट ट्विन टावर को गिराने में जहां ढाई सौ मजदूर वर्तमान समय में काम कर रहे हैं. वहीं आपको बता दें कि किसी भी प्रकार की सुरक्षा मजदूरों को लेकर एडफिस कंपनी द्वारा व्यवस्था नहीं की गई है. मजदूरों के सिर पर सिर्फ हेलमेट देखे गए हैं, वहीं बहुमंजिला इमारत के ऊपर दीवारों को तोड़ने वाले मजदूरों को लेकर कहीं पर भी जाल या सुरक्षा संबंधी उपकरण नहीं लगाए गए हैं. कंपनी द्वारा अगर समय रहते सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए तो किसी बड़े हादसे से शायद इनकार नहीं किया जा सकता. ध्वस्तीकरण का काम करने वाली कंपनी ट्विन टावर से पूर्व जनवरी 2020 में कोच्चीन में अवैध माराडु वाटरफ्रंट अपार्टमेंट को गिराने का काम कर चुकी है.