नई दिल्ली/नोएडा: उत्तर दक्षिण दिशा से चलने वाली हवा की रफ्तार धीमी होने से प्रदूषण एक बार फिर से बढ़ने लगा है.औद्योगिक नगरी नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 314 और नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 304 दर्ज किया गया है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा रेड जोन में है और यह खतरे की ओर इशारा करते हैं.
ग्रेटर नोएडा में दर्ज AQI
सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन यूपीपीसीबी (उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं, जिसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वालिटी इंडेक्स 327 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 दर्ज किया गया है.
ग्रेटर नोएडा में औद्योगिक इकाइयां और कंस्ट्रक्शन साइट ज्यादा संख्या में है. ऐसे में ग्रुप के नियमों का सख्ती से पालन में उसको अथॉरिटीज को सुनिश्चित करना होगा, ताकि लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण पर प्रभावी रूप से रोकथाम की जा सके.
नोएडा में दर्ज AQI
नोएडा में UPPCB ने 4 स्टेशन इंस्टॉल किए हैं. जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन में 307 AQI, सेक्टर 125 का स्टेशन में 293 AQI, सेक्टर 1 में 309 AQI और सेक्टर 116 में 305 AQI दर्ज किया गया है. जिले की सेहत नाज़ुक होती जा रही है. अगर इस ओर जिला प्रशासन ध्यान नहीं देगा तो हवा पूरी तरह से प्रदूषित हो जाएगी और लोगों की समस्याएं बढ़ेंगी. लगातार बढ़ता AQI जिला प्रशासन के लिए रेड अलर्ट है.
हवा की धीमी रफ्तार से बढ़ा प्रदूषण
प्रदूषण के साथ ही तापमान में भी लगातार गिरावट आ रही है. आईएमडी के मुताबिक नोएडा में न्यूनतम तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस के साथ सामान्य से 3 डिग्री कम दर्ज हुआ. अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हवा में अति सूक्ष्म कणों की मात्रा बढ़ने से सिर्फ वायु प्रदूषण बढ़ने लगा है.