नई दिल्ली/नोएडा: दिल्ली से सटे नोएडा में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है. दीपावली के बाद से लगातार शहर की हवा बद से बदतर होती जा रही है. जिले में 15 अक्टूबर से (ग्रेप) ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू है, लेकिन हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं रहा है. हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तिथि में पहुंच गई है.
नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के करीब और ग्रेटर नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार चला गया है.
1 हफ्ते रुकी है बिक्री
मेडिकल स्टोर विक्रेता राजेंद्र कुमार ने बताया कि पिछले 2 दिनों से मास्क की बिक्री बढ़ गई है. पिछले 1 हफ्ते से मास्क की बिक्री रुकी हुई थी लेकिन वायु की गुणवत्ता खराब होने के चलते बिक्री बढ़ गई है. उन्होंने बताया कि अब दुकान में भी बैठने पर आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ हो रही है.
48 घंटे पहले तक नोएडा जिले का एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 के नीचे पहुंच गया था, अनुमान था कि AQI निचले स्तर पर आएगा लेकिन हवा की गति थमने के चलते रविवार से व्हाय के गुणवत्ता बेहद खराब स्थिति में पहुंच गई. जानकारों ने बताया कि हवा की गति थमने के चलते प्रदूषण का स्तर बढ़ा है.
दिल्ली एनसीआर की आबोहवा अभी और खराब होगी. एक नए पश्चिम विक्षोभ के विकसित होने के कारण प्रदूषण में फिर से बढ़ोतरी हुई है. क्योंकि एक नया पश्चिमी विक्षोभ जल्द ही पश्चिमी हिमालय पर बन रहा है. इसके चलते दिल्ली एनसीआर क्षेत्रों में चल रही मध्यम हवाओं के प्रवाह में कमी आई, जिसके चलते वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है.